Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

5,000 फीट की ऊंचाई पर विमान में दिखा धुआं, इमरजेंसी लैंडिंग; सभी यात्री सुरक्षित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-जबलपुर स्पाइसजेट विमान (SG-2962) को आज शनिवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर वापस लौटना पड़ा। केबिन क्रू ने विमान के अंदर धुआं देखा। इस समय विमान 5,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि सभी यात्रियों को दिल्ली हवाईअड्डे पर सुरक्षित उतार लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो साझा किया है जिसमें दिखाया गया है कि केबिन में धुआं दिखते ही यात्री अखबारों और एयरलाइन बुकलेट से खुद को पंखा कर रहे थे।

स्पाइसजेट में पिछले कुछ समय से एक के बाद एक घटनाएं सामने आई है। इससे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगी है। 19 जून को दिल्ली जाने वाली स्पाइसजेट की एक फ्लाइट को एक पक्षी की चपेट में आने के बाद पटना हवाई अड्डे पर लौटना पड़ा।

एक सोशल मीडिया यूजर सौरभ छाबड़ा जो फ्लाइट में एक यात्री थे ने बताया, “आज सुबह इस घटना का सामना करना पड़ा। ऐसा लगता है कि स्पाइसजेट असुरक्षित है। एक बार यात्री घबराने लगे, तो वे वापस दिल्ली लौट आए। विमान में आग लग गई। शुक्र है कि हम सुरक्षित हैं, लेकिन लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। उनके पास बैकअप नहीं है।”

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending