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चंद्रशेखर की पार्टी का नहीं हुआ सपा से गठबंधन, लगाए ये आरोप
नई दिल्ली। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने अखिलेश यादव पर खुद को अपमानित करने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मैं तो समाजवादी पार्टी के साथ नहीं जा रहा हूं। अखिलेश यादव को भी दलित नेताओं की जरूरत नहीं सिर्फ दलित वोट की जरूरत है। यह साफ हो गया कि उनका व्यवहार भी भाजपा जैसा ही है। उन्होंने कहा कि वह सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझते है।
आजाद समाज पार्टी (आसपा) के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने शनिवार को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अखिलेश यादव सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझते हैं।
अखिलेश ने दलितों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे। अखिलेश यादव को भी दलित नेताओं की जरूरत नहीं सिर्फ दलित वोट की जरूरत है। यह साफ हो गया कि उनका व्यवहार भी भाजपा जैसा ही है।
चंद्रशेखर आजाद ने अखिलेश को दलित विरोधी बताया और कहा कि हम समाजवादी के साथ गठबंधन में नहीं जा रहे हैं। कहा कि मेरी अखिलेश यादव से पिछले 6 महीनों में काफी मुलाकातें हुईं हैं। इस बीच सकारात्मक बातें भी हुई लेकिन अंत समय में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें।
आजाद ने कहा कि आरक्षण समेत सभी मुद्दों पर बात हुई। नौ साल से बहुजन समाज को इकट्ठा कर रहे हैं। मायावती को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारा उद्देश्य भाजपा को रोकना है। मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस रोकने की कोशिश की गई। अखिलेश यादव शायद गठबंधन नहीं चाहते हैं। मुझे अखिलेश यादव ने अपमानित किया। अखिलेश यादव ने शाम तक बताने को कहा था लेकिन कुछ नहीं बताया। हम जेल गए, मेरी लड़ाई विधायक बनने की नहीं है। मुझे सामाजिक न्याय चाहिए।
चंद्रशेखर ने कहा कि अभी अखिलेश जी वोट लेकर सत्ता में आ जाते हैं तो आगे की स्थिति पर अभी चर्चा होनी जरूरी थी। बुद्धिजीवियों ने हमें चेताया कि सत्ता में आने के बाद कहीं दलितों के घर जलाए जाएं। उनका शोषण शुरू हो जाए। महिलाओं को पीटा जाए। अखिलेश ने 40 दिनों बाद हमें अपमानित किया। बहुजन समाज के लोगों का अपमान किया। उन्हें दलितों की जरूरत नहीं है। अखिलेश जी सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझ पाए हैं। हमसे बातचीत की। इसमें उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
चंद्रशेखर ने कहा कि पिछले दिनों हम गठबंधन को लेकर चीजों को फाइनलाइज कर रहे थे। हमारी बात लगातार समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से चल रही थी। हमें उनकी बातों से जो चीज लगी, उससे साफ हो गया है कि वे गठबंधन में बहुजनों को नहीं चाहते हैं। कई मुद्दों को साफ करना जरूरी था। सत्ता में आने के बाद राजनीतिक दलों का चरित्र बदलता है। पूर्व की सरकार में इस प्रकार के उदाहरण देखने को मिले हैं। ऐसे में हम दलित अधिकारों की रक्षा के लिए काम करने को संकल्पित हैं। हमारे अधिकारों के मसले पर सपा अध्यक्ष चुप रहे।
इससे पहले, आजाद समाज पार्टी (आसपा) के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को सपा दफ्तर में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बैठक हुई थी।
नेशनल
जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती, जिसे सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में किया ढेर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बड़ा नक्सल ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। अभी तक 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक करोड़ का ईनामी नक्सली चलपति भी मारा गया है।
कौन था खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती
खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और वह नक्सलियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। जयराम की गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा जयराम पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता ह। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था।
सुरक्षाबलों ने मारे गए सभी नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद कर लिए हैं। रविवार की सुबह से ये ऑपरेशन जारी है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस के अलावा इसमें सीआरपीएफ भी शामिल है। इस ऑपरेशन में कुल 10 टीमें शामिल हैं। 3 टीम ओडिशा से 2 छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की 5 टीमें नक्सलियों के खिलाफ इस एनकाउंटर में शामिल रहीं। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा 3 आईडी भी बरामद की गई है।
इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है. शाह ने ट्वीट किया, ‘नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार. हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. CRPF, SOG ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 (बाद में संख्या बढ़कर 16 हो गई) नक्सलियों को मार गिराया.’
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