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प्रादेशिक

योगी सरकार ने 4 वर्षों में अब तक 1,33,100 करोड़ रूपये गन्ना किसानों को किया भुगतानः सुरेश राणा

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लखनऊ। प्रदेश के चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है, वहीं प्रदेश में मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए कोरोना को हराने में लगा है। कोरोना महामारी के कारण ऐसी विषम परिस्थितियों में भी जो संभव नही था मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के किसान व अन्नदाता जो भी उम्मीद प्रदेश सरकार से रखते रहे है, उस पर खरा उतरते हुए पूर्ण सतर्कता के साथ मुख्यमंत्री जी ने पिछले वर्ष गन्ना किसानों से 35,998 करोड रुपए का गन्ना खरीदा और संपूर्ण भुगतान प्रदेश के गन्ना किसानों को किया गया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी वर्तमान सीजन में गन्ना किसानों का 60 प्रतिशत से ज्यादा का भुगतान किया जा चुका है। इसमें से लगभग 19,000 करोड़ रूपये का भुगतान प्रदेश सरकार गन्ना किसानों को कर चुकी है।

गन्ना मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में हम पूरी तरह से आम लोगों के प्रति सजग और सतर्क हैं। प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद विगत 4 वर्ष में अब तक 1,33,100 करोड़ रूपये (एक लाख 33 हजार 100 करोड़ रुपए) का भुगतान गन्ना किसानों को प्रदेश की संवेदनशील सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गन्ना किसानों के हित में सदैव अच्छा प्रयास कर रही है।

गन्ना मंत्री ने कोरोना के संदर्भ में कहा कि पिछले वर्ष जब कोरोना प्रदेश में आया था, तब एक भी टेस्टिंग की सुविधा नहीं थी। इस लड़ाई में हम जीरो से शुरूआत किए थे, लेकिन मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पूर्ण सजगता के साथ स्वयं मुख्यमंत्री जी की मानिटरिंग के कारण आज हम दो लाख टेस्टिंग कर रहे है। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को सुविधाएं देनी हो या निजी अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का मामला हो या फिर कोविड प्रबंधन की मॉनिटरिंग की बात हो, दवाओं की उपलब्धता हो, सैनिटाइजेशन हो, मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से पूर्ण सजगता के साथ कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ा है।

उन्होंने कहा कि आज पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में एकमत होकर कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ाई में  सहयोग दे रहे हैं। इस माहमारी काल में जो भी आवश्यक है या जो भी आवश्यक लगता है उसमे स्वयं मुख्यमंत्री जी एक कदम आगे बढ़कर लोकहित में फैसले करते हैं और उनको पूर्णतया लागू भी करवाते हैं। प्रदेश सरकार का एक  मात्र उद्देश्य है कि इस महामारी को कैसे भी हो जल्द से जल्द समाप्त किया जाए। हम सभी की सजगता से ‘कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा’।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री पूर्ण सक्रियता एवं संवेदनशीलता के साथ कोविड प्रबंधन में लगे हुए हैं। इस प्रकार हम सब की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आवश्यक कार्य ना हो, तो बेवजह घर से बाहर ना निकले। सभी लोग मास्क लगाकर रखें। एक दूसरे से उचित दूरी पर रहे। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। हम सब की यह सामूहिक जिम्मेदारी भी है। एक दूसरे का सहयोग करते हुए हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे। कोरोना को परास्त करेंगे।

गन्ना मंत्री ने कहा कि कोविड प्रबंधन के मामले में मैं प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन करता हूं। प्रदेश में पूरी सजगता के साथ मुख्यमंत्री जी ने कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरी तैयारी की है। प्रदेश में टीकाकरण का महा अभियान 01 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए चलाया जा रहा है। टीकाकरण अभियान को बढ़ाने में सभी लोग सहयोग करें और कोरोना संक्रमण की जटिलता से बचने के लिए टीकाकरण जरूर कराये।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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