Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

आज है ईद का त्यौहार,जानें इस त्योहार को मनाने के पीछे कारण और तरीका

Published

on

Loading

मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार ईद है। आज यानी 3 मई 2022 को भारत समेत पूरी दुनिया में ईद का त्योहार मनाया जा रहा है। इस त्योहार को रमजान के आखिरी दिन मनाया जाता है। ईद को इस्लामिक कलेंडर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मानाया जाता है। बता दें कि ईद को मीठी ईद भी कहा जाता है।

ईद मनाए जाने का कारण

माना जाता है कि ईद के दिन पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इसके बाद इसी खुशी में सभी का मुंह मीठा कराया गया था। इसके बाद से इस दिन को ईद-उल-फितर या मीठी ईद के रूप में मनाया जाने लगा। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी यानी करीब 1400 साल पहले इस त्योहार को पहली बार मनाया गया था। इसके बाद से ही इस दिन को हर साल सेलिब्रेट किया जाता है। कुरान की पवित्र किताब में भी रमजान के महीने को सबसे पाक महीना माना जाता है।

ईद के खास दिन को इस तरह मनाया जाता है

ईद के खास मौके पर लोग नए कपड़े पहनते हैं। इसके साथ ही घरों में कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं जिसमें सबसे प्रमुख है सेवई। इस कारण ईद को मीठी ईद भी कहा जाता है। इस त्योहार को भाईचारे और शांति का प्रतीक माना जाता है। लोग इस दिन एक दूसरे के गले लगाकर ईद की बधाई देते हैं और सेवई खिलाकर एक दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं। ईद के मौके पर लोग एक दूसरे को गिफ्ट्स भी देते हैं । बघर के बड़े बुजुर्ग घर के बच्चों को कई गिफ्ट या पैसे देते हैं। इसे ईदी के नाम से जाना जाता है। गरीबों को खाना और कपड़ा भी दान में दिया जाता है।

ईद के दिन घर पर बनते है कई स्वादिष्ट पकवान

ईद के खास मौके पर घरों में बिरयानी, मीठी सेवई, मिठाई, निहारी, कबाब आदि जैसे कई पकवान बनते हैं। खास तौर पर घरों में कई तरह की सेवई बनती है। इस कारण इस त्योहार को मीठी ईद भी कहा जाता है. इसके साथ ही लोग अल्लाह को ईद के मौके पर शु्क्रिया भी आदा करते हैं।

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

Published

on

Loading

लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

Continue Reading

Trending