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हिस्सेदारी नहीं, विरासत को बचाने की चिंता- कहकर उपेंद्र कुशवाहा ने छोड़ी जदयू  

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Upendra Kushwaha left JDU

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पटना। उपेंद्र कुशवाहा ने जनता दल यूनाईटेड (जदयू) को आखिरकार अलविदा कह दिया। जदयू को ठीक करने की योजना जब फलीभूत नहीं हुई, तो उन्होंने नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल की घोषणा कर दी। उन्हें इस नई पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया।

कुशवाहा ने कहा कि जदयू के MLC पद छोड़ने की औपचारिकता भी एक-दो दिन के अंदर पूरी कर लूंगा। सोमवार को उन्होंने साफ कहा कि अंत बुरा तो सब बुरा। नीतीश जी ने अच्छा नहीं किया। वह जबतक खुद निर्णय लेते थे, तब तक ठीक था।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार के पास निर्णय लेने का अधिकार नहीं। उनके पास कुछ नहीं। गलत सलाहकारों से घिरे हैं। उन्हीं के हिसाब से जदयू को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ देने की स्थिति में ही नहीं हैं। जदयू की इन बीमारियों को खत्म करने का प्रयास किया तो मुझे बताया गया कि मैं तो कुछ हूं ही नहीं।

राजनीतिक विरासत बचाने को यह पार्टी बनाई

उन्होंने कहा जदयू के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष का पद तो नीतीश कुमार ने खुद मुझे दिया था और उन्हें पता भी नहीं चला कि यह पद मुझसे कब छीन लिया गया। जब नीतीश कुमार इस स्थिति में पहुंच गए तो हमलोगों को यह तय करना पड़ा कि इस विरासत को बंधक नहीं बनने देंगे।

हिस्सेदारी की नहीं, विरासत को बचाने की चिंता है। राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए, बर्बाद होती पार्टी को बचाने के लिए जवाबदेही अपने ऊपर लेते हुए हम नया दल बना रहे हैं।

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प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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