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कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में ‘आंशिक कोरोना कर्फ्यू’ उपयोगी सिद्ध हो रहा है: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने अपने सरकारी आवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के संबंध में प्रदेश के अधिकारियों के साथ वर्चुअल संवाद कर उचित दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि 06 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक लागू आंशिक कोरोना कर्फ्यू को सोमवार 10 मई, 2021 को प्रातः 07 बजे तक विस्तारित किया गया है। सभी जनपदों में ‘आंशिक कोरोना कर्फ्यू’ को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में ‘आंशिक कोरोना कर्फ्यू’ उपयोगी सिद्ध हो रहा है। इस प्रयास को जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है। लोग स्वतः आवागमन कम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू’ के दौरान आकस्मिक एवं आवश्यक गतिविधियां संचालित होती रहेंगी। खाद्यान्न वितरण एवं टीकाकरण का कार्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुचारु रूप से जारी रहेगा। विशेष परिस्थितियों के लिए ई-पास की व्यवस्था लागू रहेगी। जरूरतमंदों को गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराया जाए। भोजन तैयार करने वालों की संक्रमण की दृष्टि से जांच अवश्य की जाए। कंटेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। आंशिक कोरोना कर्फ्यू’ के दौरान ठेला लगाने वालों, दैनिक श्रमिकों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालकों, रेहड़ी/पटरी व्यवसायियों आदि के लिए कम्युनिटी किचन का संचालन प्रारम्भ कर दिया जाए। प्रत्येक जनपद में गरीबों और निराश्रितों के लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था हो।
उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों से प्रतिदिन संक्रमण के नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों की संख्या अधिक हो रही है। यह एक आशाजनक संकेत है। कोरोना की लड़ाई में वैक्सीन एक कारगर हथियार है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से संचालित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश उन चन्द राज्यों में शामिल है, जहां विगत 01 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए वैक्सीनेशन कार्य प्रारम्भ किया गया है। लक्षणयुक्त व्यक्तियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए।आवश्यकतानुसार लोगों के लिए अस्पताल अथवा क्वारंटीन सेंटर अथवा होम आइसोलेशन की व्यवस्था की जाए। कोरोना संक्रमण से गांवों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से आज से प्रदेशव्यापी वृहद टेस्टिंग अभियान प्रारम्भ किया गया है। इसके तहत निगरानी समितियों के माध्यम से घर-घर स्क्रीनिंग की जा रही। लोगों के तापमान और ऑक्सीजन लेवल को चेक किया जा रहा।
सीएम योगी ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों को अनिवार्य रूप से मेडिकल किट उपलब्ध कराते हुए उन्हें अन्य सावधानियां बरतने की जानकारी दी जाए।अगले एक सप्ताह तक ग्रामीण इलाकों में स्क्रीनिंग का व्यापक अभियान संचालित किया जाए। 108 एम्बुलेंस सेवा की 75 प्रतिशत एम्बुलेंस का संचालन कोविड कार्य हेतु किया जाए। शेष 25 प्रतिशत एम्बुलेंस को नॉन-कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखा जाए। प्रत्येक कोविड अस्पताल प्रतिदिन दो बार संस्थान में खाली बेड की संख्या सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करें। यह विवरण पोर्टल पर भी उपलब्ध रहना चाहिए। सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो।
प्रदेश में रेमडेसिविर सहित सभी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। भारत सरकार द्वारा प्रदेश के लिए रेमडेसिविर के दैनिक आवंटन में वृद्धि की गई है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है:कोविड के संबंध में मेडिकल गाइडेंस के लिए राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक टीम गठित की गई है। यह सलाहकार समिति प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों/कोविड अस्पतालों के सतत संपर्क में रहेगी। राज्य स्तरीय टीम-09 को भी समय-समय पर परामर्श देगी।
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दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।
दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?
इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।
एलजी के आदेश पर कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।
इस तरीके से चल रहे अभियान
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।
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