अन्तर्राष्ट्रीय
पुतिन के करीबी सोलोवयोव ने कहा- ब्रिटिश संसद को भी बना सकते हैं निशाना
मास्को। लगभग एक साल से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध में पलड़ा कभी रूस तो कभी यूक्रेन की ओर झुका दिखता है। हालांकि, ज्यादातर समय रूस ने ही अपनी आक्रामक क्षमता से यूक्रेन को नुकसान पहुंचाया है। इसके बावजूद पश्चिमी देशों की मदद से यूक्रेन भी समय-समय पर पलटवार करने में सफल रहा है।
अब इस मदद पर रूस की निगाहें भी टेढ़ी हो रही हैं। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक करीबी साथी ने यूक्रेन के मददगारों को तबाह करने का जिक्र करते हुए ब्रिटेन की संसद पर हमले तक की मांग कर डाली।
रूस की सरकारी मीडिया के होस्ट और व्लादिमीर पुतिन के करीबियों में गिने जाने वाले व्लादिमीर सोलोवयोव हाल ही में एक शो के दौरान जनता से ब्रिटेन की संसद पर हमले से जुड़े सवाल पूछते सुने जा सकते हैं। उनका यह वीडियो यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एंटॉन गेराशसेंको की तरफ से अंग्रेजी सबटाइटल्स के साथ साझा किया गया है।
वीडियो में व्लादिमीर सोलोवयोव ऑडियंस से पूछते हैं- “क्या हम आखिरकार लंदन को निशाना नहीं बना सकते? इसमें दिक्कत ही क्या है? नहीं-नहीं, मैं सिर्फ सैन्य ठिकानों पर हमले की बात नहीं कर रहा, बल्कि संसद को निशाना भी बनाया जा सकता है।”
‘क्या पश्चिमी देश तय करेंगे कि रूस क्या है?’
इसी वीडियो में सोलोवयोव पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहते हैं- “वे (पश्चिमी देश) यूक्रेन को विमान देने जा रहे हैं, ताकि रूसी क्षेत्र पर भी हमला किया जा सके। इसी दौरान वे चालाकी से यह भी कह रहे हैं कि हम क्रीमिया को रूस का हिस्सा नहीं मानते।
सोलोवयोव शो के दौरान पूछते हैं- “तो क्या अब आप (पश्चिमी देश) ही फैसला करेंगे कि रूस आपके लिए क्या है? रूस के लोग नहीं, कोई जनमत संग्रह या मतदान नहीं, बल्कि आप निर्णय करेंगे कि रूस हमारे लिए क्या है?
‘रूस के खिलाफ नाजी ताकतें एक साथ’
सोलोवयोव ने कहा “ऐसे में हम भी किसी को मान्यता नहीं देंगे। हमारे लिए कोई इंग्लैंड नहीं होगा, कोई फ्रांस नहीं और न ही कोई जर्मनी। यह कुछ नाजी देश हैं जो कि रूस की हर चीज के खिलाफ खड़े हैं। इसलिए हमें गंभीर होने की जरूरत है। क्या उन्हें लगता है कि उनके कदमों की कोई सीमा नहीं है। ठीक है, हम उन्हें दिखाते हैं कि हमारी कार्रवाई की भी कोई सीमा नहीं है। उन पर हमला करते हैं।”
अन्तर्राष्ट्रीय
अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, सदमे में परिवार
वॉशिंगटन। अमेरिका में हैदराबाद के रहने वाले एक छात्र की वॉशिंगटन डीसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। छात्र का नाम रवि तेजा बताया जा रहा है। रवि अपनी मास्टर की पढ़ाई करने के लिए 2022 में अमेरिका गए थे। भारतीय छात्र की हत्या की घटना उस दिन सामने आई है जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।
जानकारी के अनुसार रवि तेजा को एक गैस स्टेशन के पास गोली मारी गई है। रवि 2022 में पढ़ाई करने के लिए अमेरिका आया था। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद से ही परिवार सदमे में है।
पिछले साल नवंबर में शिकागो में इसी तरह से एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छात्र तेलंगाना के खम्मम जिले के रामन्नापेट का रहने वाला था और कुछ महीनों पहले ही पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था। मृतक की पहचान 26 साल के नुकरपु साई तेजा के रूप में हुई थी। वह चार महीने पहले ही अपनी पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था।
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