Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

योगी सरकार बनाने जा रही नया रिकॉर्ड, अब तक खरीद चुकी है 51.05 लाख मी.टन गेंहू

Published

on

Loading

लखनऊ। यूपी की योगी सरकार गेहूं खरीद में नया कीर्तिमान बनाने जा रही है। यूपी के इतिहास में अब तक 2018-19 किसानों से सर्वाधिक 52.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। वहीं, योगी सरकार दो महीने में किसानों से 51.05 लाख मीट्रिक गेहूं की खरीद कर चुकी है। खरीद की गति को देखते हुए अगले चंद रोज में ही यह रिकार्ड टूटना तय है। यूपी में गेहूं की खरीद 15 जून तक होगी।

प्रदेश की योगी सरकार कोरोना काल के दौरान 11.54 लाख से अधिक किसानों से गेहूं खरीद का आंकड़ा पार कर चुकी है। जो अभी तक के इतिहास में सबसे अधिक है। किसानों के लिए योगी सरकार की नीतियों के चलते उनको सुविधाओं के साथ अनाज के एक-एक दाने का मूल्‍य दिया जा रहा है। यूपी में अप्रैल महीने से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी। महज दो महीने में प्रदेश सरकार 11.54 लाख किसानों से गेहूं की खरीद कर चुकी है। प्रदेश में किसानों से अब तक 51.05 लाख मी.टन गेहूं खरीद लिया गया है। गेहूं खरीद की योजना से किसानों को सीधा लाभ मिला है। पिछले साल सरकार ने इस अवधि में 29.92 लाख मी. टन गेहूं खरीद की थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी में खेत और खलिहानों की रक्षा एवं संरक्षण देने के लिये सरकार के अधिकारी दिन-रात जुटे हैं। किसानों के खातों में 10082.99 करोड़ रुपये का भुगतान सरकार ने कर दिया है। 72 घंटों में किसानों के खातों में 1688.27 करोड़ रुपये भेजने की तैयारी की जा रही है।

72 घंटे में किसानों को गेहूं का भुगतान

योगी सरकार किसानों के हित में लगातार काम करती आ रही है। कोरोना काल में भी योगी सरकार की ओर गेहूं खरीद की योजना से लाखों किसानों को प्रत्येक दिन लाभ पहुंचाया गया । पहली बार ऐसी व्यवस्था को लागू की गई है कि उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद के दौरान ही 72 घंटों के अंदर किसानों का पैसा सीधे उनके खातों में पहुंच रहा है। ई-मंडियों की शुरुआत, ई-पॉप मशीनों का उपयोग जैसी कई अत्याधुनिक सुविधाएं किसानों को दी जा रही हैं। वर्षा की चेतावनी को देखते हुए सरकार ने गेहूं को बचाने के लिये मजबूत तैयारी की है। पहली बार मंडियों में पानी, बैठने के लिये छायादार व्यवस्था से किसानों को राहत मिली है।

मंडियों में किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए केन्द्रों पर ऑक्सीमीटर, इफ्रारेड थर्मामीटर व सेनीटाइजर की व्यवस्था की गई है। किसानों के प्रति सरकार की बेहतर नीतियों के जरिए ही किसानों को उनके खेत से 10 किमी के दायरे के भीतर ही अनाज खरीद की सुविधा योगी सरकार द्वारा दी जा रही है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending