उत्तर प्रदेश
बलिया में रोहित पांडेय हत्याकांड के आरोपियों पर कहर बनकर बरसी योगी पुलिस
-बलिया/बहराइच / लखनऊ,: बलिया के बांसडीह कोतवाली गेट के सामने दिनदहाड़े रोहित पांडेय की हत्या के मामले में सीएम की फटकार के बाद मंगलवार को पुलिस और प्रशासन दोनों हरकत में आ गये। पुलिस ने मंगलवार को 25-25 हजार के दो इनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि मुख्य आरोपी राेहित यादव ने अपने एक साथी के साथ कोर्ट में सरेंडर किया है। वहीं प्रशासन ने मुख्य आरोपी संग दो सहयोगियों के घर बुलडोजर चलाया। सभी आरोपियों के मकान का कुछ हिस्सा पीडल्ब्यूडी की जमीन पर बना हुआ था। इसके अलावा आरोपियों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखने वाले दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं बहराइच में युवती से छेड़छाड़ करने वाले एवं माहौल बिगाड़ने वाले नौ अरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।
25-25 हजार के दो इनामी आरोपी अरेस्ट
मालूम हो कि बांसडीह कोतवाली गेट के सामने शनिवर को वचर्स्व की जंग में युवाओं के एक गैंग ने एक अन्य युवक रोहित पांडेय पर हमला कर दिया था। धारदार हथियारों से उसे मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने प्रकरण में तहरीर के आधार पर 6 लोगों को नामजद किया था। इसके अलावा कुछ अज्ञात पर भी एफआईआर हुई थी। सीएम योगी को सोमवार को आजमगढ़ में समीक्षा बैठक के दौरान विधायक केतकी सिंह ने उक्त मामले से अवगत कराया था। इस पर सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर क्षेत्र के युवाओं ने एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। इस पर पुलिस ने सभी नामजद आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था। सीएम की फटकार के बाद पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 25-25 हजार के दो इनामी अंकित यादव पुत्र शुकुल यादव निवासी दरांव और ओमप्रकाश यादव उर्फ प्रकाश यादव पुत्र रमेश यादव निवासी पिंडहरा को गिरफ्तार कर लिया जबकि रोहित यादव उर्फ राइडर पुत्र भूतेश्वर यादव निवासी दरांव और शेखर यादव पुत्र कमलेश यादव निवासी दरांव ने कोर्ट में सरेंडर किया। वहीं पुलिस दो अन्य आरोपी जवाहर गोंड पुत्र विजय गोंड निवासी पिंडहरा और धमेंद्र यादव उर्फ बागी यादव पुत्र राजा यादव निवासी दरांव की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
आरोपियों पर होगी गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्यवाही
प्रशासन ने मुख्य आरोपी रोहित यादव उसके दो सहयोगी शेखर यादव और अंकित यादव के घर पर बुलडोजर चलाया। एसडीएम बांसडीह ने बताया कि तीनों ही आरोपियों के मकान का कुछ हिस्सा पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बना हुआ था, जिसे जमींदोज कर दिया गया। उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों के मकान की राजस्व टीम के साथ पैमाइश करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के मकान पर दस्तावेजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बांसडीह सीओ प्रभात कुमार ने बताया कि हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गयी थीं। इसमें दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी के लिए एसओजी, सर्विलांस और पुलिस की चार-पांच टीमें लगी हुई हैं। मंगलवार को मुख्य आरोपी रोहित यादव उर्फ राइडर के रोड के किनारे सरकारी भूमि पर बने घर की पैमाइश कराई गयी। उसका घर अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनाया गया था। उसने दबंगई के दम पर आसपास की जमीनों पर कब्जा किया था। उसके अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया गया है। बाकी आरेापियों की अवैध संपत्तियों का चिह्नांकन किया जा रहा है। इसके अलावा आरोपियों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखने वाले दो आरक्षियों असलम और धीरज मौर्य को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी को घटना में लापरवाही और ससमय निरोधात्मक कार्यवाही न करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों पर गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्यवाही की जाएगी।
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पुलिस तीन दिन में कोर्ट में दाखिल करेगी आरोप पत्र, फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा ट्रायल
बहराइच के नानपारा थाना स्थित बुधवा के साप्ताहिक बाजार में 21 जुलाई शाम को कुछ शोहदों ने एक युवती के साथ छेड़छाड़ की। इस पर युवती के परिजन और पड़ोसियों ने आरोपियों के परिजनों से आपत्ति जाहिर की। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गयी और युवती पक्ष के लोग घायल हो गये। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर नानापारा पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने पीड़ित पक्ष का उपचार कराने के बाद तहरीर के आधार पर नौ आराेपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। साथ ही अरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम गठित कर दबिश दी गयी। विशेष टीम ने अपने डेढ़ दिन के प्रयास में सभी नौ आरोपियों सलमान कुरैशी पुत्र कलीम कुरैशी, असलम कुरैशी पुत्र कलीम कुरैशी, इब्राहिम पुत्र हलीम, हलीम कुरैशी पुत्र रज्जब अली, गुलफान पुत्र चंगुल उर्फ नईम, रहीश पुत्र हनीफ उर्फ बरसाती, अबरार पुत्र इसरार, शमशेर पुत्र शरीफ और मुबारक अली पुत्र अली अहमद निवासी ग्राम बोधवा थाना कोतवाली नानपारा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसपी ने बताया कि आरोपियों को कठाेरतम सजा दिलाने के लिए एससी/एसटी बेंच से फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल चलाने का अनुरोध किया जा रहा है। जिससे आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलायी जा सके। वहीं सभी आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा पुलिस अगले तीन दिनों में आरोप पत्र दाखिल कर देगी ताकि पीड़ित को जल्द न्याय मिल सके।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”
प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।
मिले सार्थक परिणाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।
लोगों को करेंगे जागरूक
कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।
04 श्रेणियों में होगा चयन
1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार
ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड
इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।
जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।
इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।
कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही
1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।
2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।
3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।
4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।
5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।
6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।
फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार
उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।
जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।
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