प्रादेशिक
पंचायत चुनावः ऐतिहासिक जीत के लिए बीजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग का रखा था खास ख्याल
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व, नीति और ग्रामीण स्तर पर व्यापक पैमाने पर किए गए कार्यों की देन है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर कई मिथक तोड़ दिए हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार भाजपा पंचायतों में जड़ तक मजबूत हुई है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस जीत के कई मायने हैं, अगर इसे 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल मान लें, तो भाजपा को दोबारा सत्ता में आने से कोई रोक नहीं पाएगा।
भाजपा ने पंचायत चुनावों में जीत के लिए एक-एक सीट की व्यूह रचना अलग से की थी। क्षेत्रीय स्तर पर सोशल इंजीनियरिंग का पूरा ख्याल रखा गया था। पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सहमति से प्रत्याशी चुना गया और एक-एक मतदाता के संपर्क में रहे। पदाधिकारियों ने बिना किसी शोर और हंगामे के शांति से बैठकें कीं और रणनीति को अंजाम तक पहुंचाया। ज्यादातर निर्दलीय सदस्य चुनाव जीतने के बाद से ही भाजपा के समर्थन में थे।
देश के कोने-कोने से पहुंचे शुभकामना संदेश
यूपी भाजपा की भव्य जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित देश भर के नेताओं ने जीत की बधाई दी है। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, संबित पात्रा, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त, ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल, यूपी भाजपा के प्रभारी राधा मोहन सिंह, सुभाष बराला, महेंद्र सिंह ठाकुर, पूनम महाजन, कर्नल राजवर्धन राठौर, सतीश उपाध्याय, नित्यानंद राय, निहाल चंद आदि लोगों ने बड़ी संख्या में बधाई और शुभकामनाएं दीं।
विकास, जनसेवा और कानून के राज के लिए जनता जनार्दन का दिया हुआ आशीर्वाद: पीएम मोदी
यूपी जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी की शानदार विजय विकास, जनसेवा और कानून के राज के लिए जनता जनार्दन का दिया हुआ आशीर्वाद है। उन्होंने इस भव्य जीत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम की सराहना की पीएम मोदी ने यूपी सरकार और बीजेपी संगठन को बधाई दी।
पंचायत ने दिखा दी विपक्षियों को जमीनी हकीकत
पंचायत चुनाव के बहाने सपा और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों को अपनी जमीनी हकीकत का पता चल गया है। सपा, कन्नौज, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, संभल, रामपुर, कासगंज से पूरी तरह साफ हो गई और अपना गढ भी नहीं बचा पाई। राहुल गांधी, सोनिया गांधी और राकेश टिकैत के इलाकों में भी भगवा लहराया।
उत्तर प्रदेश
हर्षवर्धन और विक्रमादित्य जैसे प्रचंड पुरुषार्थी प्रशासक हैं योगी आदित्यनाथ : स्वामी अवधेशानंद गिरी
महाकुम्भ नगर। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने महाकुम्भ 2025 के भव्य और सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना प्राचीन भारत के महान शासकों हर्षवर्धन और विक्रमादित्य से की। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उन महान शासकों की परंपरा को नए युग में संवर्धित किया है। वे केवल एक शासक नहीं, बल्कि प्रचंड पुरुषार्थ और संकल्प के धनी व्यक्ति हैं। उनके प्रयासों ने महाकुम्भ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
भारत की दृष्टि योगी आदित्यनाथ पर
स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि भारत का भविष्य योगी आदित्यनाथ की ओर देख रहा है। भारत उनसे अनेक आकांक्षाएं, आशाएं और अपेक्षाएं रखे हुआ है। भारत की दृष्टि उनपर है। उनमें पुरुषार्थ और निर्भीकता है। वे अजेय पुरुष और संकल्प के धनी हैं। महाकुम्भ की विराटता, अद्भुत समागम, उत्कृष्ट प्रबंधन उनके संकल्प का परिणाम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत का राष्ट्र ऋषि बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में योगी जी ने महाकुम्भ को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। आस्था का यहां जो सागर उमड़ा है, इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने बहुत श्रम किया है। चप्पे चप्पे पर उनकी दृष्टि है।
हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर
स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज सनातन का सूर्य सर्वत्र अपने आलोक रश्मियों से विश्व को चमत्कृत कर रहा है। भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। संसार का हर व्यक्ति महाकुम्भ के प्रति आकर्षित हो रहा है। हर क्षेत्र में विशिष्ट प्रबंधन और उच्च स्तरीय व्यवस्था महाकुम्भ में दिख रही है। भक्तों के बड़े सैलाब को नियंत्रित किया जा रहा है। सुखद, हरित, स्वच्छ, पवित्र महाकुम्भ उनके संकल्प में साकार हो रहा है। हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर, जिनके सत्संकल्प से महाकुम्भ को विश्वव्यापी मान्यता मिली है। यूनेस्को ने इसे सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर घोषित किया है। यहां दैवसत्ता और अलौकिकता दिखाई दे रही है। योगी आदित्यनाथ के प्रयास स्तुत्य और अनुकरणीय हैं तथा संकल्प पवित्र हैं। विश्व के लिए महाकुम्भ एक मार्गदर्शक बन रहा है, अनेक देशों की सरकारें सीख सकती हैं कि अल्पकाल में सीमित साधनों में विश्वस्तरीय व्यवस्था कैसे की जा सकती है।
आस्था का महासागर और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक
महामंडलेश्वर ने महाकुम्भ को सनातन संस्कृति का जयघोष और भारत की आर्ष परंपरा की दिव्यता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व नर से नारायण और जीव से ब्रह्म बनने की यात्रा का संदेश देता है। महाकुम्भ को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन दिखाता है कि हम अलग अलग जाति, मत और संप्रदाय के होने के बावजूद एकता के सूत्र में बंधे हैं। उन्होंने महाकुम्भ को गंगा के तट पर पवित्रता और संस्कृति का संगम बताया। गंगा में स्नान को आत्मा की शुद्धि और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया।
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