Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका: गोलीबारी से दहला कैलिफॉर्निया, पांच लोगों की मौत; हमलावर गिरफ्तार

Published

on

Shooting in Trabuco Canyon US

Loading

कैलिफॉर्निया। अमेरिका के दक्षिण कैलिफॉर्निया राज्य के शहर ट्रैबुको कैन्यन (Trabuco Canyon) में गोलीबारी की घटना सामने आई है। इस घटना में दस लोगों को गोली लगी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक बाइकर बार (Biker bar) नामक एक जगह पर हमलावर ने गोलीबारी को अंजाम दिया। बता दें कि बाइकर बार, मोटरसाइकिल राइडर्स के लिए मनोरंजन का एक केंद्र है।

हमलावर पर पुलिस ने चलाई गोली

ऑरेंज काउंटी के पुलिस अधिकारी को घटना की जानकारी मिलनी और वो घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने हमलावर पर गोली चलाई गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। घटनास्थल पर बड़ी तादाद में पुलिस अधिकारी मौजूद हैं। इस घटना में किसी भी अधिकारी को चोट नहीं आई है। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को घटनास्थल से दूर रहने का आग्रह किया है।

किसी जानकार को निशाना बनना चाहता था हमलावर

घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि बंदूकधारी मर चुका है और वह एक सेवानिवृत्त कानून प्रवर्तन अधिकारी था जो शायद अपने किसी जानने वाले को निशाना बना रहा था।

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र समेत भारत के तीन शीर्ष परमाणु संस्थानों से हटाए प्रतिबंध

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिका ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) समेत भारत के तीन शीर्ष परमाणु संस्थानों से बुधवार को प्रतिबंध हटा लिया। इससे अमेरिका के लिए भारत को असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी साझा करने का रास्ता साफ हो जाएगा। बाइडन प्रशासन ने कार्यकाल के आखिरी हफ्ते और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन की भारत यात्रा के एक हफ्ते बाद यह घोषणा की। 1998 में पोकरण में परमाणु परीक्षण करने और परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर न करने पर अमेरिका ने यह प्रतिबंध लगाया था।

अमेरिका के उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो (बीआईएस) के अनुसार, बार्क के अलावा इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (आईजीसीएआर) और इंडियन रेयर अर्थ्स (आईआरई) पर से प्रतिबंध हटाया गया है। तीनों संस्थान भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत काम करते हैं और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों पर निगरानी रखते हैं। बीआईएस ने कहा, इस निर्णय का उद्देश्य संयुक्त अनुसंधान और विकास तथा विज्ञान व प्रौद्योगिकी सहयोग सहित उन्नत ऊर्जा सहयोग में बाधाओं को कम करके अमेरिकी विदेश नीति के उद्देश्यों का समर्थन करना है, जो साझा ऊर्जा सुरक्षा जरूरतों और लक्ष्यों की ओर ले जाएगा। अमेरिका व भारत शांतिपूर्ण परमाणु सहयोग और संबंधित अनुसंधान और विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

परमाणु समझौते का क्रियान्वयन होगा आसान

प्रतिबंध हटाने के फैसले को 16 साल पहले भारत और अमेरिका के बीच हुए नागरिक परमाणु समझौते के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। दोनों देशों में 2008 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

भारत यात्रा पर सुलिवन ने प्रतिबंध हटाने की बात कही थी

अपनी भारत यात्रा के दौरान जैक सुलिवन ने कहा था, साझेदारी मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाने का समय आ गया है। पूर्व राष्ट्रपति बुश और पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने 20 साल पहले असैन्य परमाणु सहयोग का दृष्टिकोण रखा था, लेकिन हम अभी भी इसे पूरी तरह से साकार नहीं कर पाए हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Continue Reading

Trending