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मुख्य समाचार

देश में कमजोर प्रधानमंत्री और खिचड़ी सरकार चाहते हैं असदुद्दीन ओवैसी, जानें क्यों

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Owaisi angry over construction of Ram temple in Ayodhya

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अहमदाबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह देश में कमजोर प्रधानमंत्री और खिचड़ी सरकार चाहते हैं। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर गुजरात पहुंचे ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश को कमजोर प्रधानमंत्री और खिचड़ी सरकार की जरूरत है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और भाजपा को एक जैसा बताया।

ओवैसी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”चीन हमारी जमीन पर बैठा है तो प्रधानमंत्री जवाब नहीं देते। जब पूछते हैं कि उद्योगपतियों का क्यों कर्ज माफ कर दिया गया तो वह कहते हैं कि सिस्टम मुझे काम नहीं करने देता। 300 से ज्यादा उनके पास सांसद हैं। पंडित नेहरू के बाद यदि कोई पावरफुल पीएम है दूसरी बार तो, उसके बाद भी वह सिस्टम की बात करते हैं।

इसलिए मेरा मानना है कि देश में कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है। ताकतवर तो देख लिए, अब कमजोर चाहिए, ताकि वह कमजोरों की मदद कर सके। ताकतवर ताकतवर की मदद कर रहा है। वह कमजोर को तो देख ही नहीं रहा। मैं चाहता हूं देश में खिचड़ी सरकार बने क्योकि गुजरात, हैदराबाद और उप्र की खिचड़ी मुख़्तलिफ़ होती है।”

2024 लोकसभा चुनाव में चेहरों को लेकर उन्होंने कहा कि यदि चेहरों से मुकाबला करें नरेंद्र मोदी का तो बीजेपी को फायदा हो सकता है। इसकी बजाय जितनी भी लोकसभा की सीटें हैं उन पर हम सबको बीजेपी से मुकाबला करने की जरूरत है। ओवैसी ने यह भी कहा कि 2022 गुजरात दंगों के दौरान नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे।

आम आदमी पार्टी को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा, ”आम आदमी पार्टी और भाजपा में कोई फर्क नहीं है। चुनाव के वक्त ये (आरोप-प्रत्यारोप) सब होता है। जनता होशियार है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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