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जुर्म

पश्चिम बंगाल विधानसभा में भिड़े बीजेपी और टीएमसी विधायक, जम कर चले लात-घूंसे, 9 घायल

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पश्चिम बंगाल विधानसभा में मारपीट का मामला सामने आया है। वहां बीजेपी और टीएमसी विधायकों के बीच हाथापाई हो गई। जानकारी के मुताबिक, बंगाल विधानसभा में बीजेपी विधायक मनोज तिग्गा और TMC विधायक असित मजूमदार के बीच मारपीट हुई। इस झगड़े में असित मजूमदार घायल बताये जा रहे हैं, जिनको हॉस्पिटल लेकर जाया गया है।

बीरभूम हिंसा के मामले में बीजेपी और टीएमसी विधायक आपस में भीड़ गए और जम कर लात-घूंसे बरसाए गए। इस घटना में बीजेपी के आठ और टीएमसी के एक विधायक घायल हुए हैं। बीजेपी विधायकों को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहीं टीएमसी विधायक एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हैं। बता दें कि टीएमसी विधायक असीत मजूमदार की नाक टूट गई है। जबकि बीजेपी विधायक मनोज टिग्गा, शिखा चटर्जी, चंदना बाउरी, नरहरि महतो, नदियार चांद बाउरी, डॉक्टर अजय और लक्षण गौरी घायल हैं।

बीजेपी ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने बीजेपी विधायकों पर हमला किया। बीजेपी ने कहा कि ये घटना उस वक़्त हुई जब विपक्ष ने राज्य में ‘कानून व्यवस्था की ख़राब हो रही स्तिथि’ पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान जारी करने की मांग की।

भाजपा के महासचिव सी टी रवि ने ट्वीट कर लिखा, ‘पश्चिम बंगाल विधानसभा में हुड़दंगी टीएमसी विधायकों ने भाजपा विधायकों के साथ हिंसक तरीके से मारपीट की। हमारे विधायकों की गलती? वो लोग बीरभूम हत्या कांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। ये कांड टीएमसी के गुंडों द्वारा किया गया। ममता बनर्जी लोगो से क्या छुपाने का प्रयास कर रही हैं? क्या टीएमसी के ‘टी’ का अर्थ तालिबान तो नहीं है ?’

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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