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उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव के बयान पर ब्रजेश पाठक का पलटवार, कहा- वो राजा, मैं तो जनता का नौकर

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Brajesh Pathak

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लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा उप्र के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को ‘सर्वेंट डिप्टी सीएम’ बुलाने पर उन्होंने पलटवार किया है। ब्रजेश पाठक ने तंज भरे लहजे में न केवल अखिलेश का आभार जताया है बल्कि यह भी कहा कि ‘मैं जनता की सेवा करता हूं जबकि अखिलेश यादव जी तो राजाओं की तरह व्यवहार करते हैं।” साथ डिप्टी सीएम ने अपने X अकाउंट के बायो में भी खुद को सर्वेंट ब्रजेश पाठक लिख लिया है।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वीडियो जारी करते हुए कहा, ”मैं  समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे सर्वेंट डिप्टी सीएम कहा है। यह सही है कि मैं जनता के सेवक के रूप में और नौकर के रूप में काम करता हूं। जबकि अखिलेश जी राजघरानों से आते हैं। राजा की तरह व्यवहार करते हैं। उनके पिता कई बार सीएम रहे हैं। वह खुद सीएम रहे हैं। मैं अखिलेश जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे सर्वेंट डिप्टी सीएम माना है। बहुत-बहुत आभार।”

पाठक के इस बयान पर बिफरे थे अखिलेश

बता दें कि ब्रजेश पाठक ने बुधवार को अखिलेश यादव की एक तस्वीर पर तंज करते हुए कहा था कि वह कूदने में इतने अच्छे हैं तो एशियन गेम्स में जाकर मेडल लेना चाहिए। दरअसल, जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाने के लिए अखिलेश यादव JPNIC पहुंचे थे, लेकिन के मेन गेट पर ताला बंद होने के कारण अखिलेश गेट फांदकर अंदर दाखिल हुए थे। इसी पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उनपर तंज किया था।

इसके बाद अखिलेश यादव कल गुरुवार को जब गोमती नगर के लोहिया पार्क पहुंचे थे तो पाठक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हम सर्वेंट डिप्टी सीएम की बातों का जवाब नहीं देते।

उत्तर प्रदेश

आईआईटियन बाबा अभय सिंह को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े ने दिखाया बाहर का रास्ता, जानें क्या है वजह

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महाकुंभ नगर। महाकुंभ के दौरान एकाएक चर्चाओं में आए आईआईटियन बाबा अभय सिंह को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बाबा अभय सिंह को जूना अखाड़े में आने जाने से रोक दिया गया है। आईआईटी बाबा अभय सिंह ने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की थी। मीडिया से बातचीचत कर अभय सिंह ने संन्यास लेने के पीछे का दर्द भी बयां किया था. उस बातचीत के दौरान उन्होंने अपने निजी जीवन के कई किस्से भी साझे किए थे.

आईआईटी बाबा के नाम से फेमस हुए अभय सिंह को जूना अखाड़े में आने जाने से रोकने की वजह आखिर क्या है? जूना अखाड़ा उनकी किस बात से नाराज है? ऐसे कई सवाल हैं। अखाड़े के मुताबिक उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अभय ने कथित तौर पर गुरु के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया है। बाबा को अखाड़ा शिविर व उसके आस-पास आने पर रोक लगा दी गई है। इस पूरे मामले को लेकर अखाड़े का कहना है कि संन्यास में अनुशासन और गुरु के प्रति समपर्ण महत्वपूर्ण है। इसका पालन न करने वाला संन्यासी नहीं बन सकता है।

कौन हैं इंजीनियर बाबा?

इंजीनियर बाबा का असली नाम अभय सिंह है। उनके इंस्टाग्राम हैंडल के मुताबिक, वह मूलरूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। अभय सिंह ने कई मीडिया इंटरव्यू में दावा किया है कि उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस से इंजीनियरिंग की है। वह कनाडा में हवाई जहाज बनाने वाली कंपनी में जाॅब करते थे और लाखों में उनका पैकेज था। एकाएक मन में वैराग्य उत्पन्न होने के बाद उन्होंने सांसारिक मोहमाया त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। जूना अखाड़े में उनके शिविर के बाहर देश विदेश की मीडिया समेत उनसे मिलने वालों की भीड़ लग रही थी। देखते ही देखते वह पूरे देश में सुर्खियों में आग गए।

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