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प्रादेशिक

विकास के कार्य तभी सार्थक होंगे जब प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था बेहतर होगीः सीएम योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास के कार्य तभी सार्थक होंगे जब प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था बेहतर होगी। बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी और आजम खां पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से पांच साल पहले यहां की स्थिति क्या थी? अराजकता चरम पर थी, अव्यवस्था थी, गुंडागर्दी थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिति 2017 से पहले ऐसी थी कि विकास की योजनाओं का लाभ इत्र वाले मित्र खा जाते थे। हमारी डबल इंजन की सरकार विकास के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। विकास का जो कार्यक्रम चल रहा है वो अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आएंगे जाएंगे, पर हर बेटी सुरक्षित रहनी चाहिए, हर महिला और हर किसान के प्रदेश में सम्मान मिलना चाहिए।

मुख्यमंत्री बुधवार को रामपुर के बिलासपुर विधान सभा क्षेत्र में जनसभा को वर्चुअली सम्बोधित कर रहे थे। पिछले पांच सालों में डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए कार्यों को बताते हुए उन्होंने कहा हमारी सरकार ने गरीबों के विकास तथा उत्थान के लिए , नौजवानों के रोजगार के लिए, महिलाओं की सुरक्षा के लिए ,और शासन की योजनाओं को हर तबके तक पहुचानाे का काम किया है। किसान कल्याण के लिए उठाए गए कदमों को बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने कार्यकाल में रु 1.59 लाख करोड़ के गन्ना मूल्य का भुगतान किया। पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि रामपुर में बसपा सरकार के वक्त मात्र रु 653 करोड़ का भुगतान हुआ था, वहीं समाजवादी पार्टी की सरकार के समय केवल रु 1400 करोड़ का भुगतान गन्ना किसानों को किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के अकेले रामपुर में रु 2400 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान गन्ना किसानों को किया था।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 2017 में सत्ता में आते ही पहला निर्णय 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफी का लिया। इनमें से रामपुर में 66000 किसानों का कर्ज माफ हुआ था। उन्होंने बताया किे पीएम किसान सम्मान निधि में 2,66,600 किसानों को 6000 रुपए सालाना का लाभ दिया गया। सपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले किसानों की उपज सरकार खरीदती नहीं थी। यदि खरीदती भी थी तो बिचौलियों के माध्यम से। वहीं आज सरकार किसानों से सीधे उपज खरीदती है और पैसा सीधे किसानों के खाते में जाता है।

प्रदेश में भाजपा सरकार एक करोड़ वृद्धजनों, निराश्रित महिलाओं , दिव्यांगजनों को 12000 रु सालाना की पेंशन सुविधा दे रही है। इसी दौरान मुख्यमंत्री योगी ने इससे पहले की सपा सरकार पर तीखा वार करते हुए कहा कि याद कीजिए कैसे उनकी सरकार में पेंशन रोक दी गई थी। वहीं हमारी भाजपा सरकार द्वारा रामपुर में 13,846 दिव्यांगजनों, 52,000 से अधिक विधवा महिलाओ को और 50,158 बुजुर्गों को पेंशन की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने ये भी बताया कि 15 करोड़ लोगों को प्रदेश में मुफ्त राशन की डबल डोज मिल रही है। अकेले रामपुर में 20 लाख लोग राशन की सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। हमारी सरकार वर्तमान मे 1 करोड़ नौजवानों के मुफ्त टैबलेट और स्मारटफोन दे रही है। पहले चरण में रामपुर में 200 नौजवानों के स्मार्टफोन बांटे गए। उन्होंने कहा कि आज विकास कार्यों को जिस तरह से आगे बढ़ाया जा रहा है चाहे वो पौधारोपण हो, डिग्री कालेज हो, पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने का काम हो, पुल और पुलिया के निर्माण का हो, सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य हो, सभी कार्य हमारी सरकार में किए जा रहे।

लोगों से बिलासपुर से भाजपा प्रत्याशी सरदार बलदेव सिंह औलख को वोट देने की अपील करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि थानों का संचालन कोई हिस्ट्रीशीटर ना करने पाए, तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कोई पर्व या त्यौहार में व्यवधान ना होने पाए, कोई अराजकता ना होने पाए, प्रदेश में निवेश हो और प्रदेश के नौजवानों को प्रदेश में ही रोजगार के अवसर मिलें। प्रदेश का कोई नौजवान पलायन ना करने पाए, किसी गरीब को किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े, कोई भूखा ना सोए। उन्होंने हल्के अंदाज में कहा कि सरदार बलदेव सिंह औलख एक जुझारू प्रवृत्ति के हैं.. ये अलग बात है वो चुनाव के समय वहां मेरा कार्यक्रम नहीं लगने देते हैं। आज भी स्थिति कुछ ऐसी हुई कि मुझे वर्चुअली संबोधित करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने सपा के पूर्व नेता संतोष शर्मा का भाजपा परिवार में स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि परिवारवादी, दंगावादी पार्टी से मुक्ति लेकर वो भाजपा के साथ जुड़ गए हैं और विकास के कार्यों में सहयोगी बनेंगें।

*भाजपा सरकार में फिर चमका मुरादाबाद का पीतल*

मुरादाबाद में मुख्यमंत्री मे जनसभा से कहा कि आज प्रदेश में बड़े पैमाने पर छोटे-बड़े उद्योग पनप रहे हैं। जिस मुरादाबाद के पीतल की चमक फीकी पड़ चुकी थी, एक बार फिर से हर भारतीय अपनी बेटी की शादी में मुरादाबाद में पीतल से बने हुए बर्तन देकर के गौरव की अनुभूति करता है। उन्हेंने कहा कि ओडीओपी के तहत पीतल को एक नई पहचान देने का कार्य भी हमारी सरकार ने किया है।

मुख्यमंत्री ने सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि मुरादाबाद में श्रमिकों के बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही डिग्री कॉलेज, आईटीआई, पॉलीटेक्निक का भी निर्माण कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने अकेले मुरादाबाद में 4632 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को किया। वहीं दो लाख 96 हजार से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ भी मिला। बिलारी से भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी का नाम लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनी संभल में सांसद बनने से चूके, अगर वो वहां से सांसद होते तो जिस तरह से वहां का वर्तमान सांसद (शफीकुर्रहमान बर्क) तालिबान का समर्थन करता है, कभी ना कर पाता। उन्होंने बिलारी विधानसभा से परमेश्वर लाल सैनी को जिताने की अपील की। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग अराजकता फैलाने का काम करते हैं सरकार ने पांच साल उन पर लगाम लगाई और उनकी गर्मी 10 मार्च के बाद शांत करने का काम भी फिर से एक बार हमारी सरकार करेगी। ये चुनाव उत्तर प्रदेश को नंबर एक प्रदेश बनाने की लड़ाई है। उप्र जिसके अंदर संभावनाएं थी, सपा-बसपा-कांग्रेस सबने मिलकर इसकी संभावनाओं को क्षीण किया। भाजपा सरकार ने पांच साल बिना रुके, बिना झुके, बिना थके, और बिना डिगे राष्ट्रवाद, सुशासन और विकास के मुद्दे पर उप्र की सेवा की।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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