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अन्तर्राष्ट्रीय

ट्वीटर के लिए Elon Musk ने कर लिया नए CEO का चुनाव?

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Elon Musk और ट्विटर की डील के बाद से लोग कंपनी से कई एक्जीक्यूटिव्स की छुट्टी होने का कयास लगा रहे हैं. पिछले महीने मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीने की डील की है और रिपोर्ट की मानें तो कई लोगों को कंपनी से निकाला जा सकता है. ट्विटर एम्पलाइज को भी नौकरी जाने का डर सता रहा है.

हाल में आई रिपोर्ट्स की मानें तो Twitter CEO पराग अग्रवाल से साथ हुई मीटिंग में एम्पलाइज ने नौकरी और ट्विटर के भविष्य को लेकर भी सवाल किए. Reuters की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी से सीईओ पराग अग्रवाल और पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को निकाला जा सकता है.

एलॉन मस्क को मिला नया चीफ एक्जीक्यूटिव?

Reuters ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि Elon Musk ने एक नए चीफ एक्जीक्यूटिव को लाइन-अप कर लिया है, जो ट्विटर के मौजूदा सीईओ पराग अग्रवाल को डील फाइनल होने के बाद रिप्लेस करेंगे. पिछले महीने मस्क ने ट्विटर के चेयरमैन Bret Taylor से कहा था कि उन्हें कंपनी के मैनेजमेंट पर विश्वास नहीं है.

पराग अग्रवाल का क्या होगा?

पराग ने पिछले साल नंबर में जैक डोर्सी को रिप्लेस किया था. कयास हैं कि यह डील पूरी होने तक वह ट्विटर के सीईओ बने रहेंगे. हालांकि, नया सीईओ कौन होगा इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है. ट्विटर में बदलाव के 12 महीनों के अंदर अगर पराग को कंपनी से निकाला जाता है तो उन्हें 4.3 करोड़ डॉलर मिलेंगे.

विजया गाड्डे की भी जाएगी नौकरी?

मस्क के निशाने पर सिर्फ पराग अग्रवाल ही नहीं, बल्कि लीगल हेड विजया गाड्डे भी हैं. विजया को मस्क पहले ही सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर टार्गेट कर चुके हैं. The New York Post की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलॉन उन्हें भी कंपनी से निकलाने की योजना में हैं. अगर विजया गाड्डे को ट्विटर से निकाला जाता है, तो उन्हें 1.25 करोड़ डॉलर मिलेंगे.

विजया कंपनी में सबसे ज्यादा पेमेंट पाने वाले एम्पलाइज में से एक हैं. उन्हें ट्विटर की सबसे ताकतवर महिला माना जाता है. हाल में आई रिपोर्ट्स में बताया गया था कि एक मीटिंग के दौरान विजया इमोशनल हो गईं और रोने लगी थी. मस्क ट्विटर की पॉलिसीज को लेकर पहले से ही विजया को टार्गेट कर रहे हैं. खासकर सेंसरशिप को लेकर उन्हें विजया को टार्गेट किया था.

अन्तर्राष्ट्रीय

दो दिवसीय दौरे पर कुवैत रवाना हुए पीएम मोदी, 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत रवाना हो गए। यह कुवैत में चार दशक से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। भारत की ओर से आखिरी बार प्रधानमंत्री का कुवैत दौरा 43 साल पहले हुआ था। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था। वहीं, तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने 2009 में इस पश्चिम एशियाई देश का दौरा किया था. अपनी दो दिवसीय यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के टॉप लीडर्स के साथ बैठक करेंगे।

अपनी कुवैत यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर लिखा, “आज और कल मैं कुवैत जाऊंगा। यह यात्रा कुवैत के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करेगी। मैं कुवैत के महामहिम अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से मिलने के लिए उत्सुक हूं। आज शाम मैं भारतीय समुदाय से मिलूंगा और अरब गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होऊंगा।”

पीएम मोदी के हवाले से प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया, “आज, मैं कुवैत राज्य के अमीर महामहिम शेख मेशल अल-अहमद अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं। हम कुवैत के साथ ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जो पीढ़ियों से पोषित हैं। हम न केवल मजबूत व्यापार और ऊर्जा साझेदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि में भी हमारी साझा रुचि है।”

पोस्ट में आगे कहा गया, “मैं कुवैत के महामहिम अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक की प्रतीक्षा कर रहा हूं। यह हमारे लोगों और क्षेत्र के लाभ के लिए भविष्य की साझेदारी के लिए एक रोडमैप तैयार करने का अवसर होगा। मैं कुवैत में भारतीय प्रवासियों से मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने दोनों देशों के बीच मैत्री के बंधन को मजबूत करने में बहुत योगदान दिया है। मैं खाड़ी क्षेत्र में एक प्रमुख खेल आयोजन, अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में मुझे आमंत्रित करने के लिए कुवैत के नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। मैं एथलेटिक उत्कृष्टता और क्षेत्रीय एकता के इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हूं। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा भारत और कुवैत के लोगों के बीच मित्रता के विशेष संबंधों और बंधनों को और मजबूत करेगी।”

 

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