उत्तर प्रदेश
कानपुर: गांव में सिर्फ चीत्कार, किसी ने अपना लाडला खोया तो कोई हुआ अनाथ
कानपुर। उप्र के कानपुर में कल हुए हादसे ने लोगों को अंदर तक हिला कर रख दिया है। कानपुर के नर्वल तहसील का गांव कोरथा की आज रविवार की सुबह रोज की तरह नहीं थी। गांव में सिर्फ चीत्कार मची थी। किसी घर में एक लाश रखी तो किसी घर का आंगन छह लाशों पर रो रहा था।
गांव में एक साथ 26 लोगों की जान गई है। ये सभी लोग गांव से लगभग ढाई किमी दूर साढ़ के पास मुण्डन से लौट रही ट्रैक्टर ट्राली पलटने के हादसे के शिकार हुए हैं। गांव के राजू निषाद के बेटे अभि का मुण्डन संस्कार शनिवार को चंद्रिका देवी मंदिर में था। मुण्डन संस्कार में शामिल होने गांव की करीब 50 से अधिक महिलाएं ट्रैक्टर ट्राली पर बैठकर गई थी।
ट्रैक्टर को खुद राजू चला रहा था। संस्कार के बाद शाम को सभी लौट रहे थे। शाम साढ़े सात बजे करीब ट्राली पलटने से हादसा हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और 10 से अधिक घायल हैं। कई सामान्य रूप से घायल घर लौट आए हैं, लेकिन उनमें दहशत दिख रही है।
रातभर पोस्टमार्टम के बाद सुबह छह बजे पुलिस ने सभी शवों को उनके परिवार के सुपुर्द किया। गांव में करीब दस एंबुलेंस से आए 26 शवों को देखते ही हाहाकार मच गया। हर तरह चीख-पुकार मच गई। गांव में निषाद समाज के हर परिवार ने अपने किसी न किसी को खोया था।
राकेश सचान, अजीत पाल व सांगा पहुंचे ढांढस बंधाने
गांव में शवों के साथ कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल व विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी पहुंचे। वे हर घर में जाकर परिवार को ढांढस बंधा रहे थे और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे थे। मंत्रियों ने सरकार की ओर से पूरी मदद कराने का आश्वासन भी दिया।
प्रशासन ने दी अर्थी व कफन सामग्री
प्रशासन सुबह से ही मुस्तैद नजर आया। प्रशासन की ओर से ही सभी परिवारों को अर्थी व कफन सामग्री मुहैया कराई गई। हर घर में जाकर प्रशासन के लोगों ने ढांढस बंधाने के साथ परिवार को पूरी सामग्री दी, जो घर से लेकर शमशान घाट तक लगती है।
मंत्रियों संग पुलिस वालों के भी निकल पड़े आंसू
गांव में एक साथ 26 लोगों के शव पहुंचने से जहां पूरा गांव चीत्कार रहा था, वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के भी यह देख आंसू निकल आए। मौके पर आए मंत्री राकेश सचान, अजीत सिंह पाल व विधायक सांगा भी कई जगह परिवारों का दर्द देख रुहासे हो गए। फिर खुद को हिम्मत दी और पीड़ित परिवारों को दिलासा दी।
अब तक लापता है ड्राइवर राजू
हादसे के बाद से राजू लापता है। राजू के बेटे अभि का मुण्डन संस्कार था। हादसे के बाद से राजू लापता है। पहले गांव में उसकी मौत की सूचना आई लेकिन फिर प्रशासन ने इसे गलत करार दिया। सुबह तक भी राजू का पता नहीं है।
हालांकि राजू ने भी इस हादसे अपनी बेटी रिया और मां राम जानकी को खोया है। पत्नी और दूसरी बेटी हैलट में भर्ती हैं। बेटा अभि का अभी कुछ पता नहीं है। लोगों का कहना है कि राजू उसे अपने साथ ले गया है।
सुरक्षा में तैनात रही पीएसी व पुलिस
हादसे के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए गांव में सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स व पीएसी तैनात रही। प्रशासन की ओर से एडीएम फाइनेंस और पुलिस की ओर से एएसपी जायजा लेते रहे। प्रशासन ने हर घर के पास पुलिस की तैनाती की थी।
इस वजह से हुआ हादसा
पुलिस की जांच में सामने आया कि गांव निवासी प्रहलाद का ट्रैक्टर था। वापस आते समय खुद राजू ट्रैक्टर चला रहा था। राजू समेत अन्य सभी युवकों ने शराब पी रखी थी। राजू लहराते हुए तेज रफ्तार में ट्रैक्टर दौड़ा रहा था। अचानक से ट्रैक्टर अनियंत्रित हुआ तो वह काबू नहीं कर सका। करीब तीस मीटर दूर जाकर अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर ट्रॉली खंती में जा गिरी।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।
देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।
🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।
🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।
इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.
‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।
मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…
वनावरण
1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण
1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)
सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद
1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड
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