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एक्टिव केस कम होने के बाद भी नहीं कम की गई टेस्टिंग की संख्याः नवनीत सहगल

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ अभिनव प्रयोग करते हुए आशिंक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण नियंत्रित करने में सफलता मिली है। प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण अन्य प्रदेशों एवं देशों के अपेक्षा कम है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू के समय से प्रदेश में जीवन और जीविका बचाने के उद्देश्य से औद्योगिक, आर्थिक गतिविधियां, चीने मिले और गेंहू खरीद चालू रही।

प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 03 लाख 10 हजार से घटकर आज 03 हजार से कम हो गये है। प्रदेश के 72 जिलों में सिंगल डिजिट में कोविड के संक्रमण आये है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। माह जून में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण किया गया है।

सहगल ने बताया कि बहराइच से नेपाल गये लोगों में कोरोना संक्रमण की जानकारी मिलने पर नेपाल तथा अन्य राज्य की सीमा पर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने मुख्य सचिव से कहा है कि प्रदेश के सभी विभागों में सेवारत स्थायी व अस्थायी कार्मिकों के सभी देयकों का तत्काल भुगतान किया जाए। चिकित्सकों/नर्सों जैसे हेल्थवर्कर अथवा फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर के देयकों व मृतक आश्रित लाभ आदि के प्रकरण का तुरंत निराकरण किया जाए।

उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा घरौनी और वरासत अभियान कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री जी ने राजस्व विभाग द्वारा घरौनी और वरासत अभियान की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करने को कहा है। निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय तथा ग्राम्य सचिवालय से जुड़े कार्यों को तेजी से पूरा करने का कहा गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने मुख्य सचिव को सभी विभागों के विकास कार्यों को तेजी से संचालित कराने को कहा गया है। इन विकास कार्यों का निरीक्षण किया जाए तथा आवश्यकतानुसार धनराशि अवमुक्त की जाए जिससे विकास की गति को आगे बढ़ाया जा सके।

सहगल ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी ने लखनऊ के एक स्कूल से वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ किया। इस अभियान के तहत 30 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि आज से प्रारंभ वन महोत्सव में सभी प्रदेशवासी सहभागी हों, इसके लिए लोगों को प्रेरित किया जायेगा। इसके साथ-साथ 04 जुलाई को एक वृहद कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना से दिवंगत लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सभी ग्राम पंचायतों में स्मृति वाटिका तैयार कराई जायेगी। राम वन गमन मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर रामायणकालीन वृक्षों की वाटिका स्थापित कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि मिशन रोजगार के तहत कल मुख्यमंत्री जी कारागार विभाग में जेल वार्डन महिला व पुरुष, घुड़सवार तथा फायरमैन के 6,000 से अधिक पदों पर चयनित अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में संक्रमण कम होने के बावजूद, टेस्टिंग कम नहीं की जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,67,658 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 5,81,11,746 सैम्पल की जांच की गयी है, जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 163 नये मामले आये हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटे में 260 लोग तथा अब तक 16,80,980 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 2671 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 1788 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पाॅजिविटी दर 0.06 प्रतिशत है। प्रदेश में रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 3,58,46,085 घरों के 17,23,21,412 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।

प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में 2,67,92,830 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 44,88,619 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 3,12,81,449 डोजें लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया कि कल 30 जून, 2021 को बच्चों पर फोकस करते हुए टीबी, पोलियो, डीपथीरिया व खसरा के टीके की डोज दी गयी। जून माह में 01 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 01 करोड़ 29 लाख से अधिक टीकाकरण किया गया है। उन्हांेने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सेनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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