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अन्तर्राष्ट्रीय

दूसरे वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन से अस्पताल में एडमिट होने का खतरा कमः रिपोर्ट

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नई दिल्ली। ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले लोगों को पिछले कोविड -19 वेरिएंट की तुलना में अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता 50 से 70 प्रतिशत कम होती है। एक विश्लेषण में इसकी जानकारी दी गई है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि इसके शुरूआती निष्कर्ष उत्साहजनक हैं, लेकिन वेरिएंट अभी भी अस्पताल में बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकता है।

एजेंसी का लेटेस्ट विश्लेषण नवंबर की शुरुआत से यूके में ओमिक्रॉन और डेल्टा के सभी मामलों पर आधारित है, जिसमें 132 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नए वेरिएंट से संक्रमित होने के 28 दिनों के भीतर 14 लोगों की मौत भी हुई है।

यूकेएचएसए के मुख्य कार्यकारी जेनी हैरिस ने कहा, हमारा लेटेस्ट विश्लेषण एक उत्साहजनक प्रारंभिक संकेत दिखाता है कि जो लोग ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, वे अन्य वेरिएंट की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने के अपेक्षाकृत कम जोखिम में हो सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका, डेनमार्क, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट में सभी ने गंभीरता को कम करने की ओर इशारा किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, सदमे में परिवार

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वॉशिंगटन। अमेरिका में हैदराबाद के रहने वाले एक छात्र की वॉशिंगटन डीसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। छात्र का नाम रवि तेजा बताया जा रहा है। रवि अपनी मास्टर की पढ़ाई करने के लिए 2022 में अमेरिका गए थे। भारतीय छात्र की हत्या की घटना उस दिन सामने आई है जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।

जानकारी के अनुसार रवि तेजा को एक गैस स्टेशन के पास गोली मारी गई है। रवि 2022 में पढ़ाई करने के लिए अमेरिका आया था। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद से ही परिवार सदमे में है।

पिछले साल नवंबर में शिकागो में इसी तरह से एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। छात्र तेलंगाना के खम्‍मम जिले के रामन्‍नापेट का रहने वाला था और कुछ महीनों पहले ही पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था। मृतक की पहचान 26 साल के नुकरपु साई तेजा के रूप में हुई थी। वह चार महीने पहले ही अपनी पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था।

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