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राकेश टिकैत ने दी सरकार को चुनौती, बोले-‘कर के जाएंगे कृषि कानूनों का अंतिम संस्कार’

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कृषि कानूनों का विराध कर रहे किसानों के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार को आड़े हाथों लिया है। राकेश ने सरकार को कृषि कानून वापस लेने के लिए 6 महीने का वक़्त देने की बात कही है। साथ ही सरकार पर गुंडागर्दी का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ‘दिवाली यहीं मनेगी, यहीं दिए जलेंगे।’

‘दिवाली यहीं मनाएंगे,दीप यहीं जलाएंगे’-राकेश

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि ‘किसानों के दरवाजे सरकार ने बन्द कर रखे हैं और जनता के दरवाजे भी सरकार ने बन्द कर रखे हैं। हमने कोई दरवाजे बंद नहीं किए। संयुक्त मोर्चा तय कर ले तो दिल्ली की तरफ जाएंगे। पुलिस के टेंट हट गए क्या, सारे बैरिकेडिंग हट गए क्या?’ आंदोलन को ले कर सवाल किए जाने पर टिकैत बोले, ‘संसद में गल्ला मंडी लगेगी, सुप्रीम कोर्ट भी नज़दीक है और पार्लियामेंट भी। यहां की मंडी धीरे धीरे बन्द हो गई है तो उम्मीद है कि दिल्ली में दाम अच्छे मिल जाएंगे।’

राकेश टिकैत ने साधा सरकार पर निशाना

टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ’26 नवम्बर तक का सरकार को समय दिया है, नहीं तो हम भी अपने टेंट रिपेयरिंग का काम करवाएंगे। 6 महीने की और तैयारी करेंगे, वापस जाकर क्या करेंगे?’ काले कानून मुर्दा हैं जबतक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे तो वापस कैसे जाएंगे।’

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World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल

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बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।

180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए

दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।

ये रिकॉर्ड टूटे

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक

एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स

⁠एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया

 

 

 

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