Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

क्लासरूम में हिजाब पेहन नमाज़ पढ़ रही थी छात्रा, वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल

Published

on

Loading

बीते दिनों कर्नाटक के हिजाब विवाद ने देशभर में खूब तूल पकड़ा था, अब मध्य प्रदेश के सागर विश्वविद्यालय में एक छात्रा का हिजाब में क्लासरूम में नमाज पढ़ते वीडियो वायरल हो रहा है। हिंदू जागरण मंच ने इस पर नाराजगी जाहिर की है और विश्वविद्यालय प्रशासन से इसकी शिकायत की है। वहीं विवाद के बाद विश्वविद्याल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

क्या है पूरा विवाद

खबर के अनुसार, दमोह निवासी एक छात्रा सागर विश्वविद्यालय में बीएससी बीएड फाइनल ईयर की छात्रा है। शुक्रवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे छात्रा क्लासरूम में नमाज पढ़ रही थी। जिसका किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर जैसे ही यह वीडियो सामने आया, इसे लेकर विवाद हो गया। हिंदू जागरण मंच ने छात्रा के कक्षा में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जाहिर की।

हिंदू जागरण मंच के सागर जिले के अध्यक्ष उमेश सराफ का कहना है कि छात्रा का क्लासरूम में नमाज पढ़ना आपत्तिजनक है। इसकी शिकायत कुलपति और रजिस्ट्रार से कर मामले की जांच की मांग की गई है। वहीं डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यूनिवर्सिटी में फिलहाल कोई ड्रेस कोड नहीं है लेकिन विद्यार्थियों को न्यूनतम नैतिक ड्रेस पहनकर आना जरूरी है।

विश्व हिंदू परिषद का आरोप

विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कापी स्वामी का मानना है कि परिसर में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो हर कक्षा में क्लास शुरू होने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। वीएचपी नेता ने आरोप लगाया कि इस कृत्य में कुछ प्रोफेसर भी शामिल हैं और विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षडयंत्र चल रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति ने डॉ. सिंह ने कहा कि इस मामले में समिति बनाकर जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने निजी कार्य घर पर करें।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

Published

on

Loading

लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

Continue Reading

Trending