नेशनल
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में इस नेता की एंट्री, हाईकमान के हैं वफादार
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव काफी रोचक होता जा रहा है। आज नामांकन के अंतिम दिन तक यह कन्फर्म नहीं हो पा रहा है कि 10 जनपथ का आशीर्वाद किसके साथ है। सभी संभावित उम्मीदवार आज पर्चे दाखिल करेंगे।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को हाईकमान से मिली दो टूक ने पेंच फंसा दिया है। गहलोत की सीएम पद को लेकर की गई बाड़बंदी उनके लिए घटक सिद्ध हुई और अब सीएम बने रहने के भी लाले पड़ गए हैं।
इस बीच खबर है कि कांग्रेस हाईकमान के एक और वफादार मल्लिकार्जुन खड़गे भी चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। वैसे तो अभी तक आधिकारिक रूप से दिग्विजय सिंह और शशि थरूर ही मैदान में नजर आ रहे हैं, लेकिन गुरुवार की रात को आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, पृथ्वीराज चह्वान और भूपेंद्र सिंह हुडा जैसे जी-23 नेताओं की बैठक के बाद तीसरे उम्मीदवार की एंट्री से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे गहलोत, सीएम पर भी संशय
अयोध्या में लगेगी भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा
थरूर-दिग्विजय का नामांकन करना फाइनल
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर आज शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। दिग्विजय सिंह ने नामांकन पत्र लिया है। उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जाएगा।
खड़गे भी लड़ सकते हैं अध्यक्ष पद का चुनाव
मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे आज सोनिया से मुलाकात करेंगे। मल्लिकार्जुन के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने को लेकर आखिरी फैसला अभी नहीं हुआ है।
खड़गे 8 बार के विधायक, दो बार लोकसभा सांसद एक बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। वे सिर्फ 2019 में लोकसभा चुनाव हारे हैं। खड़गे दलित नेता हैं। वे कर्नाटक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
नेशनल
World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल
बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।
180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए
दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।
ये रिकॉर्ड टूटे
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक
एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स
एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
यह डिटॉक्स ड्रिंक्स सर्दियों में रोकेगा वजन का बढ़ना, फैट को करेगा बर्न
-
प्रादेशिक2 days ago
भोपाल के जंगल में लावारिस कार से मिला 10 करोड़ कैश और 42 करोड़ का सोना
-
नेशनल3 days ago
संसद में आज हुई धक्का – मुक्की की घटना पर आया, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी का बयान
-
नेशनल2 days ago
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का निधन, गुरुग्राम मेदांता में ली अंतिम सांस
-
राजनीति3 days ago
भाजपा महिला सांसद फांगनोन कोन्याक ने राहुल गांधी पर लगाया गंभीर आरोप, जानें क्या हुआ मामला
-
नेशनल2 days ago
जयपुर में भीषण सड़क हादसा, सीएनजी से भरा ट्रक फटा, 20 से अधिक गाड़ियां आग की चपेट में
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने वाली चार संस्थाओं पर लगाया बैन
-
प्रादेशिक2 days ago
सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज