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प्रादेशिक

यूपी के पांचवे चरण में 3 बजे तक 46.28 फीसदी मतदान

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के दौरान दोपहर तीन बजे तक करीब 46.28 फीसदी मतदान हुआ। यह जानकारी चुनाव आयोग ने दी। चुनाव आयोग ने कहा कि पांचवे चरण के लिए अभी तक लगभग पूरे राज्य में 46.28 प्रतिशत मतदान किया गया है।

राज्य के 12 जिलों में फैले 61 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवें चरण का मतदान जारी है। चित्रकूट और अयोध्या में तीन बजे तक क्रमश: 51.67 प्रतिशत और 50.60 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, प्रयागराज जिले में सबसे कम 42.29 फीसदी मतदान लोगों ने किया।

वहीं, अमेठी जिले में 46.35 फीसदी, बहराइच में 48.66 फीसदी, बाराबंकी में 45.55 फीसदी, गोंडा में 46.70 फीसदी, कौशांबी में 48.70 फीसदी, प्रतापगढ़ में 44.26 फीसदी, रायबरेली में 46.86 फीसदी, श्रावस्ती में 49.47 फीसदी और सुल्तानपुर में 46.47 फीसदी मतदान दोपहर तीन बजे तक हुआ। 61 निर्वाचन क्षेत्रों में दो करोड़ से अधिक मतदाता 692 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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