उत्तर प्रदेश
भ्रष्ट लेखपाल का खुलेआम रिश्वत मांगने का वीडियो हुआ वायरल, फौरन किया गया निलंबित
कुछ विभागों में भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि बिना रिश्वत के गरीबों तक सरकारी योजनाएं पहुंचती ही नहीं। राजस्व विभाग से संबंधित ऐसा ही एक मामला तब सामने आया, जब लेखपाल का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें वह फरियादी से कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि पांच लाख का लाभ लेना है तो 50 हजार रुपये देने ही पड़ेंगे। एसडीएम ने लेखपाल को न सिर्फ निलंबित किया, बल्कि उसके खिलाफ एफआइआर भी लिखाई गई है।
मामला अलीनगर असकरनपुर का है। शासन की ओर से जरूरतमंदों को पट्टे पर सरकारी भूमि देने का आदेश है। इसी से संबंधित यह प्रकरण भी रहा। सोमवार की देर शाम हल्का लेखपाल अमर सिंह यादव का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें वह कुछ ग्रामीणों के बीच तखत पर बैठे सिगरेट पीते दिख रहे हैं। ग्रामीणों से कह रहे हैं कि तुमको अगर मैं पांच लाख का फायदा दूंगा तो तुमको 50 हजार रुपये तो निकालने ही पड़ेंगे। सीधी, खुली और एकदम स्पष्ट बात है।
सरकारी मुलाजिम (लेखपाल) बोला-
पांच लाख का फायदा दूंगा तो 50 हजार लूंगा!
रायबरेली के ऊंचाहार के अलीनगर अस्करनपुर का मामला pic.twitter.com/5SLYLfWuy9— Pawan Tiwari🇮🇳 🇮🇳 (@pawan_pawant) April 26, 2022
वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई
बातचीत के दौरान वहीं पर मौजूद किसी शख्स ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल में कैद कर लिया। इसके बाद वायरल कर दिया। यह वीडियो जिला और तहसील प्रशासन तक भी पहुंचा। तब एसडीएम राजेश कुमार ने इसे लिया और मंगलवार को कार्रवाई कर दी। कोतवाल शिव शंकर सिंह ने बताया कि राजस्व निरीक्षक सुशील सिंह की तहरीर पर लेखपाल अमर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
एसडीएम राजेश कुमार ने कहा, ‘लेखपाल का रिश्वत मांगने वाला वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। भ्रष्टाचार और अमर्यादित व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संबंधित लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ एफआइआर भी लिखाई गई है।’
उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।
दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।
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