Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कोरोना काल में किसानों का सहारा बनी योगी सरकार, 7140.104 करोड़ रु का किया भुगतान

Published

on

Loading

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते किसानों के हित का विशेष ध्यान रखा है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ऐसे समय में आई जब किसानों की रबी की फसल पक रही थी। एक तरफ किसानों को खड़ी फसल की कटाई, मड़ाई भी करनी थी दूसरी तरफ कोरोना रोग से बचाव भी करना था। किसानों को कटाई, मड़ाई हेतु कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए सरकार ने पूरी छूट दी थी, जिसका परिणाम रहा कि किसानों ने कोरोना से सुरक्षित रहते हुए अपनी फसल काटकर घर लाया। प्रदेश सरकार किसानों को किसी प्रकार की समस्या न आये, इसका विशेष ध्यान रखा है।

फसल कटने के बाद किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलें, इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड़ प्रोटोकाल का पालन करते हुए प्रदेश के सभी गेहूँ क्रय केन्द्रों को खोलने के निर्देश दिये। सभी क्रय केन्द्र प्रभारियों ने सरकार के आदेशों का पालन करते हुए किसानों के गेहूँ क्रय करते हुए, किसानों को उनकी फसल का निर्धारित समर्थन मूल्य का भुगतान करते हुए किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान कर रहे है।

प्रदेश में कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार किसानों को रबी फसल की गेहूँ खरीद कोरोना प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए क्रय करा रही है। प्रदेश में 06 जून 2021 तक 9.93 लाख किसानों से लगभग 46 लाख मी0 टन गेहूँ क्रय किया गया है, जो गत वर्ष क्रय किये गये गेहूँ से काफी अधिक है। किसानों से क्रय किये गये गेहूँ का मूल्य 9009.094 करोड़ रूपये में से 7140.104 करोड़ रूपये किसानों को भुगतान कर दिया गया है, शेष का भुगतान किया जा रहा है। किसानों की फसल का सही मूल्य देते हुए प्रदेश सरकार उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत कर रही है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत प्रदेश के किसानों को 2-2 हजार रूपये तीन किश्तों में वर्ष में 06 हजार रूपये दिये जाने की योजना संचालित है। इस धनराशि से किसान अपना खाद, बीज क्रय करते हुए खेती किसानी के लिए व्यय करते है। प्रदेश में लघु एवं सीमान्त कृषकों की संख्या काफी है, इसलिए ऐसे किसानों के लिए यह धनराशि संजीवनी का कार्य करती है। उन्हें किसी से ब्याज पर धनराशि उधार लेने की जरूरत नही पड़ती। सरकार की नीति है कि किसानों की आमदनी दोगुनी बढ़ाई जाए। उन्हें खाद, बीज, सिंचाई, कृषियन्त्र आदि की सुविधा दी जा रही है। देश के मा0 प्रधानमंत्री जी ने चालू वर्ष हेतु प्रदेश के लगभग 2.61 करोड़ किसानों के खातों में 5230 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि एक दिन में डी0बी0टी0 के माध्यम से हस्तान्तरित करते हुए उन्हें सम्बल प्रदान किया है। प्रदेश में 24 फरवरी, 2019 से लागू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत मार्च 2021 तक 27,262 करोड़ रूपये की धनराशि किसानों के खातों में स्थानान्तरित की जा चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने किसानों के हित में कई योजनायें संचालित किये है।

 

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending