Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

परिषदीय विद्यालयों में स्काउट एवं गाइडिंग को प्रभावी ढंग से लागू करेगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की शारीरिक एवं मानसिक योग्यताओं का पूर्ण विकास करने के लिए योगी सरकार कक्षा एक से कक्षा 8 तक के प्राथमिक विद्यालयों में स्काउट एवं गाइडिंग को प्रभावी ढंग से संचालित करने जा रही है। इसी क्रम में पूरे प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में स्काउट एंड गाइड की यूनिटें स्थापित की जाएंगी। नए सत्र से पहले इन यूनिटों की स्थापना करने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि कब/बुलबुल तथा स्काउट/गाइड कार्यक्रमों द्वारा बच्चों में उच्च कोटि की नैतिकता, अनुशासन, राष्ट्रीय एकता की भावना तथा चरित्र निर्माण आदि गुणो का विकास होता है। अभी अधिकतर जगह पर कक्षा छह से आठ के विद्यालयों में यह यूनिटें स्थापित हैं। अब कक्षा एक से पांच के विद्यालयों में भी इस यूनिट की स्थापना की जाएगी।

नए सत्र से पहले होगा पंजीकरण व नवीनीकरण

शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रताप सिंह बघेल द्वारा सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा है कि कक्षा एक से पांच तक के हर परिषदीय विद्यालयों में कम से कम एक यूनिट का पंजीकरण अवश्य होगा। प्रत्येक दल में 24-24 सदस्य होंगे। इसी प्रकार कक्षा 6 से कक्षा 8 तक संचालित प्रत्येक परिषदीय विद्यालय में भी कम से कम एक यूनिट स्थापित की जाए, जिसमें 32-32 सदस्य होंगे। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर दलों की संख्या उसी अनुपात में बढ़ाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त पूर्व से पंजीकृत यूनिट का नवीनीकरण भी अवश्य कराया जाए। ये भी निर्देश दिया गया है कि नए दलों का पंजीकरण व पुराने का नवीनीकरण नए सत्र से पहले कराया जाए।

यूनिट लीडर के रूप में शिक्षकों का होगा प्रशिक्षण

उन्होंने कहा है कि ऐसे परिषदीय विद्यालय जहां यूनिट लीडर के रूप में शिक्षक प्रशिक्षित नहीं हैं, उनका भारत स्काउट और गाइड उत्तर प्रदेश संस्था के माध्यम से प्रशिक्षण कराया जाए। 7 दिवसीय यह प्रशिक्षण आवासीय होगा। शुरुआत में इसके लिए हर जिले से 50-50 शिक्षकों को नामित किया जाए। इसके साथ ही डीबीटी की राशि से छात्र-छात्राओं के लिए एक सेट स्कूली ड्रेस और एक सेट स्काउट गाइड ड्रेस अभिभावकों से तैयार करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त स्काउट गाइड का कम से कम एक बैंड प्रत्येक जनपद ब्लॉक स्तर पर तैयार किया जाए तथा इस बैंड की प्रतियोगिता भी जनपदीय तथा अंतर्जनपदीय स्तर पर आयोजित की जाए। यही नहीं भारत स्काउट गाइड संस्था द्वारा जिले एवं प्रदेश स्तर पर आयोजित की जाने वाली बीएसजी ज्ञान प्रतियोगिता (2024-25) एवं जनपद/प्रादेशिक स्तर पर सर्वोत्तम कैडेट प्रतियोगिता में अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग कराया जाए। साथ ही कक्षा छह से आठ तक स्काउट गाइड का निर्धारित पाठ्यक्रम समय सारिणी के अनुसार चलाया जाए।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending