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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने जन-जन तक पहुंचाया टीबी अभियान, 26,891 रोगी चिन्हित

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लखनऊ: योगी सरकार द्वारा प्रदेश में चलाया जा रहा 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान जन-जन तक पहुंच गया है। एक महीने में दस हजार से अधिक नि:क्षय मित्रों का अभियान से जुड़ना और मरीजों को पोषण पोटली वितरित करना इसकी गवाही है। इस अभियान में अब तक 26,891 जोखिम वाले मरीज चिंहित हुए हैं। खास बात यह है कि इसमें से 15 हजार से अधिक मरीज उन 60 जिलों से मिले हैं, जहां मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एक जनवरी से अभियान शुरू हुआ है।

15 जिलों में मिले 11,492 मरीज

हाल ही में नगर निगम लखनऊ के पार्षदों के अभियान को समर्थन देने के वादे के बाद समुदाय के और जुड़ने की भरपूर उम्मीद है। प्रदेश भर के सभी सामुदायिक रेडियो को भी अभियान से जोड़ने की पहल हो चुकी है। महानिदेशक डॉ. रतन पाल सिंह सुमन ने सराहनीय कोशिशों को समुदाय से जोड़ने की बेहतरीन पहल बताया है। उन्होंने बताया कि सात दिसंबर से शुरू हुए इस अभियान में अब तक 26,891 टीबी मरीज खोजे गए हैं। ये सभी जोखिम वाली श्रेणी के मरीज हैं। इनमें 11,492 मरीज उन 15 जिलों में मिले हैं जहां से अभियान की शुरुआत हुई थी और 15,399 मरीज बाकी 60 जिलों में पाए गए हैं। डॉ. रतनपाल ने बताया कि इस 100 दिवसीय अभियान के दौरान जोखिम वाले समूह के तकरीबन दो करोड़ 37 लाख लोगों को कवर करने का लक्ष्य है। इसमें से 89 लाख 49 हजार 329 लोगों यानि 38 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग कर ली गई है।

सीतापुर में सर्वाधिक मरीज खोजे

महानिदेशक ने बताया कि 1,75,000 निक्षय शिविर लगाकर टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग और जागरूकता का काम किया गया, जिसमें 18,178 निक्षय शिविर 52 निक्षय वाहन द्वारा लगाए गए। औसतन प्रतिदिन 3765 निक्षय शिविर लगाए गए। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान स्क्रीनिंग के लिए 89 लाख नैट टेस्ट और 1.60 लाख एक्सरे किए गए। राज्य क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि मरीज खोजने के मामले मे सीतापुर शीर्ष पर चल रहा है। वहां अब तक सर्वाधिक 1394 मरीज मिले हैं। दूसरे नंबर पर सिद्धार्थनगर (1085), तीसरे नंबर पर आगरा (1034), चौथे नंबर पर बस्ती (1022) और पांचवें नंबर पर रामपुर (1020) में टीबी मरीज पंजीकृत हुए हैं। सबसे कम मरीजों वाले जिलों में श्रावस्ती (42), संतरवीदास नगर (49), चित्रकूट (59) व महोबा (59) मुख्य हैं।

उच्च जोखिम वाले समूह

– 60 साल से अधिक आयु के लोग

– डायबिटीज एवं एचआईवी के रोगी

– पुराने टीबी मरीज़ पांच वर्ष के भीतर

– तीन वर्ष के भीतर टीबी मरीज़ जिनका उपचार पूरा हुआ, के संपर्क मे रहने वाले

– झुग्गी-झोपड़ियों, जेलों, वृद्धाश्रमों आदि में रहने वाले लोग

– 18.5 किग्रा/मी2 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की कुपोषित जनसंख्या

– धूम्रपान एवं नशा करने वाले रोगी

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उत्तर प्रदेश

इटली के प्रतिनिधि मंडल ने सीएम से की मुलाकात, रामायण की चौपाई और शिव तांडव की दी प्रस्तुति

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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रविवार को इटली से आए एक प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। प्रयागराज महाकुम्भ से लौटीं इटली की महिलाओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने रामायण की चौपाई, शिव तांडव और कई भजनों की प्रस्तुतियां दीं। इससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। इस दौरान सभी ने अपने अनुभव भी साझा किये। बता दें कि इटली में ध्यान एवं योग सेंटर के संस्थापक एवं प्रशिक्षक माही गुरु के नेतृत्व में उनके अनुयायियों ने सीएम से शिष्टाचार भेंट की।

महाकुम्भ में स्नान करने के बाद सीएम से की मुलाकात

प्रयागराज महाकुम्भ का आयोजन न केवल भारतीयों बल्कि विदेशी मेहमानों को भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। ऐसे में इटली से आए एक प्रतिनिधि मंडल ने संगम में पवित्र स्नान किया और भारतीय परंपराओं को गहराई से अनुभव किया। प्रतिनिधि मंडल की महिलाओं ने महाकुंभ में नागा साधुओं, भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा बनकर आध्यात्मिक अनुभव हासिल किया। महाकुंभ से लौटने के बाद प्रतिनिधि मंडल की महिलाओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपने अनुभव साझा किए।

महिलाओं ने बताया कि महाकुम्भ का आयोजन न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिकता का जीवंत प्रदर्शन भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई मुलाकात के दौरान इटली से आई महिलाओं ने रामायण की चौपाई, शिव तांडव और कई भजन प्रस्तुत किये। महिलाओं ने कहा कि भारतीय संस्कृति की गहराई और इसकी आध्यात्मिकता ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया है।

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