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उत्तर प्रदेश

Akhilesh Yadav का आजमगढ़ से मोह भंग? कन्नौज से लड़ने के संकेत

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Akhilesh Yadav disenchanted with Azamgarh? Signs of fighting Kannauj

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कन्नौज। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारकर विरासत सौंप दी है। साथ ही कन्नौज सीट को लेकर सपा कार्यकर्ताओं में पनपी असमंजस की स्थिति को भी लगभग ख़त्म कर दिया है।

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कन्नौज में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पत्रकार वार्ता में आने वाले 2024 के चुनाव में कन्नौज संसदीय सीट से उतरने के संकेत दिए हैं।

डिंपल यादव कन्नौज सीट से सांसद रह चुकी हैं और बीते लोकसभा चुनाव में भी सपा ने उन्हें इसी सीट से उतारा था, हालांकि वह भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से हार गईं थीं। उनके मैनपुरी जाने के बाद स्थानीय सपा नेताओं का असमंजस गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दूर कर दिया।

गुरुवार को सपा नेता सुनील कुमार गुप्ता उर्फ मुन्ना भइया के घर आयोजित निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख ने अखिलेश यादव ने पत्रकार वार्ता में कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।

डिंपल यादव को मैनपुरी से उपचुनाव से उतारे जाने के बाद कन्नौज सीट को लेकर एक सवाल पर अखिलेश ने कहा कि 2024 में भी चुनाव हैं। हम क्या करेंगे खाली बैठकर, हमारा काम ही चुनाव लड़ना है। जहां से पहला चुनाव लड़ा वहां से फिर लड़ेंगे।

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उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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