Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

यूपी चुनावः पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे अखिलेश, करहल से आज भरेंगे पर्चा

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पहली बार अपना भाग्य अजमाने जा रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव आज मैनपुरी के करहल में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। यह समाजवादी पार्टी की परंपरागत सीट मानी जाती है और सैफई के बेहद नजदीक है।

उन्होंने नामांकन दाखिल करने से पहले ट्वीटर में लिखा कि ये नॉमिनेशन एक मिशन है क्योंकि यूपी का ये चुनाव प्रदेश और देश की अगली सदी का इतिहास लिखेगा! आइए प्रोग्रेसिव सोच के साथ सकारात्मक राजनीति के इस आंदोलन में हिस्सा लें। नकारात्मक राजनीति को हराएं भी, हटाएं भी। जय हिन्द।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जिले में तीसरे चरण में चुनाव प्रस्तावित है। 20 फरवरी को मतदाना होना है। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अखिलेश यादव सीधे कलक्ट्रेट पर पहुंचकर नामांकन करेंगे। उनके यहां आने से सपा कार्यकतार्ओं में उत्साह है। वहीं प्रशासन भी इसे लेकर अलर्ट मोड पर है।

अखिलेश सैफई से करहल होते हुए कार से दोपहर एक बजे के करीब कलक्ट्रेट पहुंचेंगे। यहां वह चार सेटों में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। नामांकन के दौरान उनके साथ पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव और सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव मौजूद रहेंगे। नामांकन को देखते हुए अखिलेश यादव रविवार शाम को ही सैफई पहुंच गए हैं।

अखिलेश यादव के नामांकन को लेकर सपा कार्यकतार्ओं में उत्साह है। ऐसे में कहीं न कहीं नामांकन में भीड़ होने की भी संभावना है। इसी को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है, क्योंकि भीड़ को रोकना भी प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इसके साथ ही सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम करने होंगे।

नामांकन में अब केवल दो दिन का ही समय शेष है। इसके बाद भी भाजपा ने अब तक यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से ही चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में भाजपा यहां कोई मजबूत प्रत्याशी लाने का प्रयास कर रही है। जबकि बसपा ने मैनपुरी की जिस करहल सीट से अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं वहां से ने कुलदीप नारायन को टिकट दिया है।

सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने आ रहे हैं। करहल की जनता उन्हें प्रचंड मतों से जीत दिलाएगी। उनके साथ ही भोगांव और किशनी सीट से सपा प्रत्याशी भी नामांकन दाखिल करेंगे।

ज्ञात हो कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव तीन बार सांसद रहने के साथ विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश ने 2012 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया। उनकी पार्टी को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद, 15 मार्च 2012 को उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending