Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

Bihar MLC Election Result: सभी 24 सीटों पर परिणाम घोषित, यहां पढ़ें विजयी उम्मीदवारों की लिस्ट

Published

on

Loading

स्थानीय कोटे से 24 सीटों पर हुए विधान परिषद चुनाव में बागियों ने सभी दलों का खेल बिगाड़ दिया। चुनावी मैदान में जाने से पहले जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी दलों ने अपने कुछ उम्मीदवार तो बदल दिए, लेकिन बागी बनकर चुनावी मैदान में उतरे लोग दलों पर भारी पड़े। चार बागियों ने निर्दलीय जीत हासिल कर बता दिया कि पार्टी उन्हें दरकिनार भी करती है तो वे अपने बलबूते चुनाव जीतने में सक्षम हैं। बागियों के खेल में सबसे अधिक नुकसान राजद को हुआ है।

राजद ने नवादा से श्रवण कुमार को उम्मीदवार बनाया। वहां राजद के पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव के परिवार से अशोक यादव निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर गए। नतीजतन, राजद उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा और अशोक यादव बागी होकर भी निर्दलीय चुनाव जीत गए। इसी तरह राजद ने मोतिहारी में बबलू देव को उम्मीदवार बनाया तो महेश्वर सिंह बागी होकर चुनावी मैदान में उतर गए। राजद उम्मीदवार हार गए और बागी निर्दलीय महेश्वर सिंह को जीत हासिल हुई।

मधुबनी में राजद ने मेराज आलम को टिकट दिया तो राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नी अंबिका यादव चुनावी मैदान में उतर गईं। मेराज को हार का सामना करना पड़ा और अंबिका चुनाव जीत गईं। वहीं भाजपा ने सारण से सच्चिदानन्द राय का टिकट काटकर धर्मेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया। लेकिन भाजपा प्रत्याशी होने के बावजूद धर्मेंद्र सिंह चुनाव हार गए और बागी बनकर चुनावी मैदान में उतरे निर्दलीय उम्मीदवार सच्चिदानंद राय को जीत हासिल हुई।

वहीं कुछ ऐसी सीटें भी रहीं जहां बागियों के प्रयास नाकाम रहे। बांका-भागलपुर से जदयू के विजय सिंह चुनावी मैदान में उतरे तो पार्टी के बेलहर से विधायक मनोज यादव की पत्नी सिंपल यादव चुनावी मैदान में उतर गईं। लेकिन सिंपल देवी को मात मिली। कई ऐसी सीटें रहीं जहां अपनों के भितरघात का नुकसान राजनीतिक दलों को उठाना पड़ा।

मधुबनी में पिछली बार भाजपा के सुमन कुमार चुनावी मैदान में थे। इस बार जदयू के विनोद सिंह चुनावी मैदान में उतरे थे। जदयू को हार का सामना करना पड़ा। कहा जा रहा है कि उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के कारण सुमन कुमार के समर्थक खासा नाराज थे जिसका खामियाजा जदयू को उठाना पड़ा।

बेगूसराय में भाजपा के रजनीश कुमार चुनावी मैदान में मात खा गए। उनको हराने में भाजपा के ही कुछ कद्दावर नेता लगे हुए थे। वहीं, दरभंगा में भाजपा उम्मीदवार सुनील चौधरी को हराने के लिए एनडीए के कुछ नेता एंड़ी-चोटी एक किए हुए थे पर उन्हें निराशा हाथ लगी। सुनील चौधरी चुनाव जीतने में कामयाब रहे। मुजफ्फरपुर से एक बार फिर जीत हासिल करने वाले जदयू के दिनेश सिंह के नाम सबसे अधिक बार जीतने का रिकॉर्ड बन गया। वे चौथी बार चुनाव जीते।

बड़े दलों के कई दग्गज हारे

राजनीति के दिग्गज खिलाड़ियों में कई इस बार उच्च सदन में नहीं दिखेंगे। इनमें चौंकाने वाली हार पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज बबलू की पत्नी नूतन सिंह का है। पिछली बार लोजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में फतह हासिल करने वाली नूतन इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं। इसी तरह भाजपा के वरिष्ठ नेता रजनीश कुमार भी चुनावी मैदान में मात खा गए। जदयू कोटे से मनोरमा देवी, सलमान रागीब, संजय प्रसाद को भी शिकस्त का सामना करना पड़ा। राजद के सुबोध राय व दिलीप राय को चुनावी मैदान में पटकनी मिली।

किस सीट से कौन उम्मीदवार जीते

सीट 2022 में जीते                  2015 में जीते

1. पटना कार्तिकेय सिंह (राजद)  रीतलाल यादव (निर्दलीय)
2. नालंदा रीना यादव (जदयू)      रीना यादव (जदयू)
3.गया-जहानाबाद-अरवल कुमार नागेंद्र (राजद) मनोरमा देवी (जदयू)
4.औरंगाबाद दिलीप सिंह (भाजपा) राजन कुमार सिंह (भाजपा)
5.नवादा अशोक यादव (निर्दलीय) सलमान रागीव (जदयू)
6. भोजपुर-बक्सर राधाचरण साह (जदयू) राधाचरण साह (राजद)
7.रोहतास-कैमूर संतोष कुमार सिंह (भाजपा) संतोष कुमार सिंह (भाजपा)
8. सारण सच्चिदानंद राय (निर्दलीय) सच्चिदानंद राय (भाजपा)
9. सीवान विनोद अग्रवाल (राजद) टूना जी पांडेय (भाजपा)
10. गोपालगंज राजीव सिंह (भाजपा) आदित्य नारायण(भाजपा)
11. पं चंपारण कुमार सौरव (राजद) राजेश राम (कांग्रेस)
12. पूर्वी चंपारण महेश्वर सिंह (नि.)- आगे राजेश कुमार (भाजपा)
13. मुजफ्फरपुर दिनेश प्रसाद सिंह (जदयू) दिनेश प्रसाद सिंह (जदयू)
14. वैशाली भूषण राय (रालोजपा) सुबोध कुमार (राजद)
15. सीतामढ़ी-शिवहर रेखा देवी (जदयू) दिलीप राय (राजद)
16. दरभंगा सुनील चौधरी (भाजपा)- आगे सुनील सिंह (भाजपा)
17. समस्तीपुर तरूण कुमार (भाजपा) हरिनारायण चौधरी (भाजपा)
18. मुंगेर-जमुई-लखीसराय-शेखपुरा अजय कुमार सिंह (राजद) संजय प्रसाद (राजद)
19. बेगूसराय-खगड़िया राजीव कुमार (कांग्रेस)- आगे रजनीश कुमार (भाजपा)
20. सहरसा-मधेपुरा- सुपौल अजय सिंह (राजद) नूतन सिंह (लोजपा)
21. भागलपुर- बांका विजय कुमार सिंह (जदयू) मनोज यादव (जदयू)
22. मधुबनी अंबिका यादव (निर्दलीय) सुमन कुमार (भाजपा)
23. पूर्णिया-अररिया-किशनगंज दिलीप जायसवाल (भाजपा) दिलीप जायसवाल(भाजपा)
24. कटिहार अशोक अग्रवाल (भाजपा) अशोक अग्रवाल (भाजपा)

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

Published

on

Loading

लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

Continue Reading

Trending