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प्रादेशिक

बिहार: बाल बाल बचे नीतीश कुमार, छठ घाट का निरीक्षण करते समय हुआ हादसा

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Nitish kumar

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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) आज उस समय बाल-बाल बच गए जब वह अपने सहयोगी मंत्री और अन्य के साथ छठ घाट का निरीक्षण कर रहे थे। एएनआई से मिली खबर के मुताबिक सीएम की बोट जेपी सेतु के एक पिलर से टकरा गई, हालांकि स्टीमर पर सवार सभी लोग सुरक्षित हैं।

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पिलर से टकराने से स्टीमर को भी क्षति पहुंची। स्टीमर में सवार सभी लोग अचानक हिल गये। सीएम और उनके साथ मौजूद अन्य सभी दूसरे स्टीमर से बाहर निकले। उनके साथ एक स्टीमर और चल रही थी।

दरअसल,  छठ त्यौहार के पहले गंगा नदी में बाढ़ आ जाने की वजह से घाटों पर छठ पूजा करना मुश्किल है। ऐसे में प्रशासन छठ पूजा के लिए विकल्प की तलाश कर रहा है। इसी के मद्देनजर सीएम नीतीश कुमार स्टीमर पर सवार होकर गंगा नदी के घाटों का निरीक्षण करने निकले थे। हादसा इसी दौरान का बताया जा रहा है।

सीएम कार्यालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि Nitish kumar ने लोक आस्था के महापर्व छठ के मद्देनजर घाटों का निरीक्षण किया। दानापुर के नासरीगंज से पटना सिटी के गायघाट तक स्ट्रीमर पर सवार होकर छठ घाटों का मुआयना किया गया।

इस दौरान सीएम ने सफाई, सुरक्षा एवं स्वच्छता के संबंध में कई निर्देश दिए और कहा कि हर हाल में छठ व्रतियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित किया जाए। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।

सुरक्षा व ट्रैफिक के लिए आवश्यक बैरिकेडिंग भी कराएं तथा घाटों तक के पहुंच पथ को दुरुस्त किया जाए। गंगा नदी के जलस्तर और प्रवाह को देखते हुए छठ घाटों पर पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम करें।

निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत कई लोग मौजूद थे।

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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा

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गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।

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