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उत्तर प्रदेश

युवाओं को खूब भाये खादी के परिधान, जमकर हुई खरीदारी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और निर्देशन में खादी को नई पहचान मिल रही है। उन्होंने खादी को भारतीय स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में स्थापित किया है। लखनऊ में एक सप्ताह तक चले खादी महोत्सव ने विभिन्न वर्गों के लोगों को आकर्षित किया, विशेषकर युवा वर्ग में खादी के उत्पादों के प्रति उत्साह बढ़ाया।

खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित खादी महोत्सव-2025 में लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 2.54 करोड़ रुपये से अधिक की खादी और अन्य वस्तुओं की बिक्री हुई। इस महोत्सव का उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करना था, जिसमें उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों के उद्यमी भी अपने उत्कृष्ट खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का प्रदर्शन किया। जिसमें महाराष्ट्र, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्यों के उद्यमी भी अपने उत्कृष्ट खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का प्रदर्शन किया। आधुनिक तकनीकों से निर्मित खादी के परिधान युवा पीढ़ी को खूब भाया।

यहां प्रदर्शित उत्पादों में सूती, ऊनी, पोली रेशम के वस्त्र, लकड़ी और मिट्टी से बने खिलौने और बर्तन, पंलगपोस, चादरें, और कोट-सदरी जैसे विविध आइटम्स शामिल थे। इसके अलावा, उद्यमियों को उनके उत्पादों को व्यापक बाजार में पहुंचाने के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग की सुविधा भी दी गई।

इस महोत्सव ने स्थानीय उद्यमियों को साहस और प्रेरणा दी है, जो न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल स्थापित करते हैं। युवा पीढ़ी को आधुनिक तकनीकों से निर्मित खादी के उत्पादों का प्रति उत्साह और रुचि बढ़ाने में इस महोत्सव का बड़ा हाथ है। इस रूप में, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल खादी के उत्पादन में वृद्धि कर रहा है, बल्कि उद्यमियों को बढ़ते भारतीय व्यापार के नए आयाम स्थापित करने में भी मदद मिल रही है।

खादी महोत्सव के माध्यम से कलाकारों, बुनकरों, और उद्यमियों को मिला व्यापक मंच

बीते साढ़े सात वर्षों में प्रदेश के लोगों में त्योहारों में स्वदेशी उत्पादों प्रति जागरूकता बढ़ी है। स्थानीय उत्पाद न केवल स्थानीय कलाकारों को रोजगार दे रहे हैं, बल्कि भारत के विकास में भी योगदान भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि खादी महोत्सव कलाकारों, बुनकरों, और उद्यमियों को अपनी कला प्रदर्शित करने और नई तकनीकों को सीखने का अवसर प्रदान करता है।

खादी महोत्सव न केवल खादी और ग्रामोद्योग को प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि देशभर के कलाकारों और उद्यमियों को एक मंच पर ला रहा है। खादी के अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग तेजी से बढ़ रही है। खादी और हथकरघा के उत्पाद पर्यावरण अनुकूल हैं और आधुनिक फैशन में भी लोकप्रिय हो रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 25 हजार नए राशन कार्ड बनाए गए

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महाकुम्भनगर: महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 25 हजार नए राशन कार्ड बनाए गए हैं जिसमें 12 हजार लोग अब तक राशन ले जा चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। 35 हजार से ज्यादा गैस सिलेंडर रिफिल कराए जा चुके हैं तो 3500 नए कनेक्शन भी जारी किए गए हैं। मेले में 5000 गैस सिलेंडर प्रतिदिन के हिसाब से रिफिल करने का काम किया जा रहा है।

खाद्य सामग्री की नहीं होने पाएगी कोई कमी

महाकुम्भ में आने वाले कल्पवासियों और संस्थाओं के लिए सीएम योगी ने इस बार विशेष इंतजाम किए हैं। इन्हें राशन उपलब्ध कराने के लिए महाकुम्भनगर में 25,000 नए राशन कार्ड बनाए गए हैं। महाकुम्भनगर के जिला पूर्ति अधिकारी सुनील सिंह ने बताया कि अब तक 12,000 से अधिक लोग राशन प्राप्त कर चुके हैं और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। ताकि किसी को भी यहां खाद्य सामग्री की कमी का सामना न करना पड़े। यह कदम आयोजन के दौरान लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रहा है।

महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं

महाकुम्भ नगर में खानपान की व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए अब तक 35,000 से ज्यादा गैस सिलेंडरों को रिफिल किया जा चुका है। इसके अलावा 3,500 नए गैस कनेक्शन भी जारी किए गए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी सुनील सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 5,000 गैस सिलेंडरों की रिफिलिंग की जा रही है। जिससे महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

आटा 5 रुपये और चावल 6 रुपये प्रति किलो

महाकुम्भ के आयोजन में अखाड़ों और कल्पवासियों के लिए प्रमुखता से खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। इन लोगों के लिए आटा 5 रुपये और चावल 6 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा, मेला क्षेत्र में 138 दुकानों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं, जहां श्रद्धालु उचित मूल्य पर आवश्यक वस्तुएं प्राप्त कर सकते हैं।

सभी सेक्टरों में गैस कनेक्शन व्यवस्था

महाकुम्भ में अखाड़ों, कल्पवासियों और संस्थाओं को गैस सिलेंडर की आवश्यकता होती है। इसके लिए मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में एजेंसियां गैस कनेक्शन उपलब्ध करा रही हैं।

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