Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

सरफ़राज़ सैफ़ी ने बदला न्यूज़ इंडिया का ऑन एयर लुक

Published

on

Loading

नई दिल्ली। सरफ़राज़ सैफ़ी ने हिंदी नेशनल न्यूज़ चैनल न्यूज़ इंडिया के एडिटर इन चीफ का पद संभाल लिया है। सरफ़राज़ सैफ़ी पिछले काफी वक्त से न्यूज़ इंडिया की टीम तैयार करने में जुटे थे। उन्होंने न्यूज़ इंडिया में आउटपुट और इनपुट की बेहतरीन टीम तैयार की है। सरफ़राज़ सैफ़ी से जब हमने बात की तो उन्होंने न्यूज़ इंडिया की जिम्मेदारी संभालने की बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि चैनल की लॉन्चिंग की तैयारी पूरी हो चुकी है। ड्राय रन शुरू हो चुका है और जल्द ही चैनल राष्ट्र की आवाज़ बन कर लोगों के बीच होगा।

सरफ़राज़ सैफ़ी इससे पहले ज़ी हिंदुस्तान के सुपर प्राइम टाइम शो राष्ट्रवाद के एंकर के तौर पर बड़ी पहचान बना चुके हैं। सरफ़राज़ सैफ़ी ने नॉन स्टॉप राष्ट्रवाद के 200 एपिसोड कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। आप ऐसे एंकर हैं जो फील्ड और स्टूडियो दोनों जगह अपने अंदाज से अलग छाप छोड़ते हैं। सरफराज़ सैफ़ी न्यूज़ ब्रेक करने के अपने स्टाइल को लेकर मशहूर हैं। आप ने सड़क से लेकर संसद तक रिपोर्टिंग की है। देश के अलग अलग इलाको में जाकर लोगों की समस्याएं करीब से देखीं, समझीं और उन्हें रिपोर्ट किया है।

सरफ़राज़ सैफ़ी ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत बतौर इंटर्न की थी। बतौर ट्रेनी क्राइम रिपोर्टर आप ने आजतक के साथ काम किया। कई चैनलों में आप ने शानदार रिपोर्टिंग, आउटपुट और एंकरिंग के जरिए एक धार बनाई। टेलीविजन इंडस्ट्री में फील्ड और स्टूडियो में स्मार्ट वर्क करने के लिये मशहूर सरफ़राज़ सैफ़ी को डेढ़ दशक से ज्यादा का अनुभव है। टीवी न्यूज़ इंडस्ट्री के हर काम को बारीकी से जानने वाले सरफ़राज़ सैफ़ी इकलौते ऐसे एंकर हैं, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर एडिटर इन चीफ और सीईओ तक की सीढियाँ चढ़ीं। पत्रकारिता के साथ-साथ आप ने कॉरपोरेट की दुनिया में भी अपनी एक पहचान बनाई और नाम कमाया ।

टीवी इंडस्ट्री में सरफराज़ सैफ़ी अलग-अलग चैनलों में प्राइम टाइम प्रमुख एंकर के अलावा कई अहम और सीनियर पदों पर भी ज़िम्मेदारी निभा चुके हैं। सरफ़राज़ सैफी ने देश के पहले रिजनल चैनल एस वन, नेशनल टीवी आज़ाद न्यूज़, देश के पहले HD न्यूज़ चैनल न्यूज़ एक्सप्रेस, महुआ ग्रुप , समाचार प्लस जैसे कई चैनलों की सफल लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभाई। बतौर वाइस प्रेसिडेंट सुधाकर शेट्टी के जय महाराष्ट्र और भास्कर न्यूज़ की शानदार लॉन्चिंग और ब्रांडिंग की। ख़बरों को लेकर उनके पैशन और नजरिये की चर्चा भी खूब हुई।

ज़ी मीडिया ग्रुप के ज़ी हिन्दुस्तान को जब- रिलॉन्च किया गया तो सरफ़राज़ सैफ़ी को रात 9 बजे के प्राइम टाइम शो राष्ट्रवाद की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने टेलीविजन इंडस्ट्री के तमाम दिग्गजों के बीच रात 9 बजे की फाइट में अपना स्पेस तैयार किया, अपनी ख़ास पहचान बनाई, शो के जरिए राष्ट्रवाद को घर-घर तक पहुंचा दिया। इसका फायदा सरफ़राज़ सैफ़ी के साथ-साथ ज़ी हिन्दुस्तान को भी मिला। सरफ़राज़ सैफ़ी टीवी इंडस्ट्री में कॉरपोरेट स्टाइल में वर्क के लिए जाने जाते हैं। आप उन-गिने चुने पत्रकारों में हैं, जो काफी कम उम्र में नेशनल मीडिया हाउस के वाइस प्रेसिडेंट कॉरपोरेट की ज़िम्मेदारी सफलतापूर्वक निभा चुके हैं। अब उन्होंने न्यूज़ इंडिया के एडिटर इन चीफ़ कम सीईओ का पद संभाला है।

सरफ़राज़ सैफ़ी की राजनैतिक गलियारों से लेकर ब्यूरोक्रेसी तक हर कोने की ख़बरों पर शानदार पकड़ है। आपने पिछले दो दशकों में देश और राज्यों में होने वाले चुनाव को कवर किया है। आप ने यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार और बंगाल के चुनाव में महीनों ग्राउंड ज़ीरो से रिपोर्टिंग की । बंगाल में आपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह की सबसे ज़्यादा रैलियां कवर की। 2012 में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे ये खबर सबसे पहले सरफराज़ ने ही ब्रेक की थी। आप ने राजनीतिक गलियारों की कई बड़ी ख़बरें ब्रेक की हैं। कश्मीर में आतंक का दौर रहा हो या फिर बदली हुई फिजा…. सरफ़राज़ अपनी कैमरा टीम के साथ बिना किसी ख़ौफ़ के घाटी तक पहुंचे और शानदार कवरेज की। नोएडा का निठारी कांड हो या आरूषि हत्याकांड जैसी कई ख़बरें हैं, जहां सरफ़राज़ ने इन्वेस्टिगेटिव और एक्सक्लूसिव स्टोरीज कीं।

सरफ़राज़ सैफ़ी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके अलावा सरफ़राज़ ने कानून की पढ़ाई की है। सरफ़राज़ सैफ़ी को देश विदेश में पत्रकारिता और कॉरपोरेट जगत में उनके काम के लिए कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। सरफ़राज़ सैफी को 2007 में नेशनल टेलीविज़न जर्नलिज़्म अवॉर्ड (बेस्ट क्राइम रिपोर्टर) और 2010 में राजीव गांधी ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड (बेस्ट यूथ एंकर) भी हासिल किया। इंडिया यूथ आइकॉन से लेकर एस पी सिंह मीडिया यंग अचीवमेंट अवॉर्ड जैसे कई बड़े खिताब आपकी झोली में आ चुके हैं। सरफराज़ सैफ़ी को दुबई में होने वाले सबसे बड़ा अवार्ड समारोह World Brad Summit 2016 में इंडिया की तरफ़ से यंग एंकर और कॉरपोरेट पर्सन का अवॉर्ड मिल चुका है। थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में होने वाले एशियन जर्नलिस्ट अवार्ड-2017 का सम्मान भी आप हासिल कर चुके हैं।

आपको बता दें सरफ़राज़ सैफ़ी और न्यूज़ इंडिया की टीम की चर्चा काफी दिनों से मीडिया इंडस्ट्री में हो रही है। न्यूज़ इंडिया के मैनेजिंग एडिटर पशुपति शर्मा, एडिटोरियल डायरेक्टर मनीष अवस्थी, क्रिएटिव हेड अतुल दयाल, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर सैयद उमर , आउटपुट हेड रंजेश शाही, एग्जीक्यूटिव एडिटर आशीष सिंह, एडिटर करेंट अफेयर्स अर्चना सिंह जैसे बड़े नामों के साथ मिलकर सैफ़ी ने ग्रैंड लॉन्चिंग की तैयारी पूरी कर ली है।

Continue Reading

प्रादेशिक

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फैजान अंसारी ने सैफ को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर को दी 11 हजार रु की आर्थिक सहायता

Published

on

Loading

मुंबई। हमले के बाद बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर भजन सिंह राणा को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फैजान अंसारी ने सम्मानित करते हुए 11 हजार रु की आर्थिक सहायता दी है। फैजान अंसारी ने ऑटो ड्राइवर को ‘रियल हीरो’ बताते हुए कहा कि मेरा कहना है कि रियल हीरो भजन सिंह हैं। रात में तीन बजे इन्होंने खून से लथपथ अभिनेता को देखा और अस्पताल पहुंचाया। वहां कोई शूटिंग नहीं चल रही थी। इनकी जगह कोई और होता तो शायद वहां से भाग जाता लेकिन इन्होंने हिम्मत दिखाई और वह काम किया जो आमतौर पर करने से लोग डरते हैं। सैफ अली खान को आज जो दूसरी जिंदगी मिली है उसकी वजह भजन सिंह हैं।

वहीं भजन सिंह राणा ने कहा, “मैंने कभी जिंदगी में नहीं सोचा था कि कुछ ऐसा होगा। मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। सम्मान मिलने से बहुत अच्छा लग रहा है।” उन्होंने कहा, “मुझे अच्छा लग रहा है कि मैंने किसी की मदद की। आमतौर पर लोग किसी को खून से लथपथ देखते हैं तो डर जाते हैं और मुझे भी एक पल को डर लगा था, मैं घबराया था कि पुलिस के लपेटे में न आ जाऊं। लेकिन फिर भी मैं मदद के लिए आगे बढ़ा, ये बात मुझे खुशी देती है।”

भजन राणा ने सैफ को साहसी बताते हुए कहा, “वो (सैफ अली खान) खुद ही चलकर अस्पताल गए थे। उनमें साहस देखने को मिला, गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी उन्होंने खूब हिम्मत दिखाई। कहते हैं न कि ‘मर्द को दर्द नहीं होता’ तो उनके साथ भी ऐसा ही था।” राणा ने बताया कि सुर्खियों में आने के बाद से उनकी दिनचर्या काफी व्यस्त हो गई है और उन्हें काफी इंटरव्यूज देने पड़ते हैं, जिस वजह से वह फिलहाल गाड़ी नहीं चला रहे हैं।

Continue Reading

Trending