उत्तर प्रदेश
लवलेश तिवारी से जुड़े तीन लोगों को पुलिस ने उठाया, खंगाली जा रही है कुंडली
बांदा। माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को गोली मारकर हुई हत्या के मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआइटी ने आज बुधवार को बांदा से तीन लोगों को उठाया है। हालांकि देर रात तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
एक टीम के हमीरपुर जाने की भी चर्चा है। पुलिस के आलाधिकारी भी इस बाबत कुछ भी जानकारी से इन्कार कर रहे हैं। अतीक और उसके भाई की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों शूटरों की कुंडली भी खंगाली जा रही है।
पुलिस की तीन टीमों को आरोपितों के मूल निवास स्थान बांदा, हमीरपुर और कासगंज भेजा गया है। एसआइटी के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश की अगुवाई में पुलिस टीम आरोपितों के बारे में सभी तरह की जानकारी जुटाएगी।
पुलिस का कहना है कि बांदा के क्योटरा निवासी लवलेश तिवारी, कुरारा हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी और कातरवाडी सोरो कासगंज के अरुण कुमार मौर्या के खिलाफ शाहगंज थाने में हत्या का मुकदमा लिखा गया है। तीन पुलिस टीमों को संबंधित जिले में भेजा गया है।
पुलिस टीम आरोपितों के सही नाम, पता, आम शोहरत, संगठन से जुड़ाव, शिक्षा, पारिवारिक पृष्ठभूमि, व्यवसाय, गांव या मोहल्ले में छवि, परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाएगी। साथ ही संबंधित थाने में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्योरा भी खंगाला जाएगा।
जरूरत के अनुसार परिवार के सदस्यों और दोस्तों से भी पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। तीनों आरोपितों की कुंडली खंगालने के बाद मिली जानकारी के आधार पर उनसे सवाल किए जाएंगे।
माना गया है कि अभियुक्तों के मूल निवास से काफी कुछ साफ हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि टीम बांदा पहुंची और लवलेश तिवारी से जुड़े तीन लोगों को रेलवे स्टेशन के पास से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
-
लाइफ स्टाइल16 hours ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
नेशनल3 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
ऑफ़बीट3 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल3 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
नेशनल3 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार