Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इस्राइल-हमास युद्धविराम का रूस का प्रस्ताव UNSC में खारिज, जानें किसने किया समर्थन किसने विरोध

Published

on

Russia resolution on israel hamas war rejects in UNSC

Loading

वॉशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सोमवार रात गाजा में जारी हिंसा पर लाए गए रूस का प्रस्ताव खारिज हो गया। दरअसल रूस के प्रस्ताव में गाजा में आम नागरिकों के खिलाफ हो रही हिंसा की निंदा करते हुए युद्धविराम की मांग की गई थी, लेकिन इसमें हमास या उसके द्वारा इस्राइली नागरिकों पर किए गए बर्बर हमले का जिक्र ही नहीं किया गया था।

ऐसे में पश्चिमी देशों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पास होने के लिए 9 वोटों की जरूरत थी लेकिन प्रस्ताव के समर्थन में सिर्फ चार देशों ने मतदान किया। वहीं चार देशों ने इसके खिलाफ वोट दिया।

इन देशों ने किया रूसी प्रस्ताव का समर्थन

रूसी प्रस्ताव के समर्थन में जिन देशों ने वोट किया, उनमें चीन, संयुक्त अरब अमीरात, मोजाम्बिक और गैबोन शामिल हैं।

इन्होने किया विरोध

वहीं, प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और फ्रांस शामिल हैं। छह अन्य देश मतदान में शामिल ही नहीं हुए।

बता दें कि इस्राइल और हमास के बीच छिड़ी लड़ाई को लगभग दो हफ्ते का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक संयुक्त राष्ट्र की सबसे अहम निकाय सुरक्षा परिषद, जिस पर वैश्विक शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वह इस हिंसा को रोकने में विफल रही है। बीती सात अक्तूबर को फलस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इस्राइली सीमा में घुसकर 1400 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। वहीं इस्राइल के जवाबी हमले में अब तक गाजा पट्टी में 2750 के करीब लोगों की जान जा चुकी है।

UNSC पश्चिमी देशों की बंधक

गाजा पर रूसी प्रस्ताव पर मतदान से पहले रूसी राजनयिक वेसिली नेबंजिया ने सदस्य देशों से समर्थन मांगते हुए कहा कि गाजा संकट अभूतपूर्व है और इसमें हताहतों की संख्या हर घंटे बढ़ रही है। रूसी राजनयिक ने इस्राइल और गाजा में आम नागरिकों की मौतों की कड़ी निंदा की।

रूसी प्रस्ताव खारिज होने के बाद वेसिली नेबंजिया ने कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) पश्चिमी देशों के स्वार्थों की बंधक है और यह बीते दशक की सबसे गंभीर हिंसा रोकने के लिए एकजुट संदेश देने में विफल रही है।

क्या बोलीं अमेरिकी राजदूत

वहीं, अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूसी प्रस्ताव में हमास का जिक्र ही नहीं है जबकि हमास ने इस्राइली नागरिकों, यहूदियों को तबाह करने की नीयत से हमला किया। रूस हमास की निंदा न कर इस आतंकी संगठन के बर्बर कृत्य का बचाव कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हमास के हमले की वजह से ही गाजा में यह गंभीर मानवीय संकट पैदा हुआ है। अमेरिकी राजदूत ने गाजा में जारी हिंसा की भी निंदा की लेकिन ये भी कहा कि आतंकी हमले का जवाब देना इस्राइल का अधिकार है।

ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवार्ड ने रूसी प्रस्ताव की निंदा करते हुए कहा कि इस्राइली पर हुए उसके इतिहास के सबसे बर्बर हमले को इस प्रस्ताव में नजरअंदाज किया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

27 साल की कैरोलिन लेविट को मिली बड़ी जिम्मेदारी, डोनाल्ड ट्रंप ने की घोषणा

Published

on

Loading

अमेरिका। डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि उनके आगामी प्रशासन में व्हाइट हाउस प्रेस सचिव की भूमिका 27 साल की कैरोलिन लेविट निभाएंगी। डोनाल्ड ट्रंप ने कैरोलिन लेविट को “स्मार्ट, सख्त और अत्यधिक कुशल संचारक” बताया और भरोसा जताया कि वह इस अहम जिम्मेदारी को अच्छे से निभाएंगी.

हाल ही में हुए चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने वाले ट्रंप 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। लेविट, ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान में नेशनल प्रेस सेक्रेटरी थीं और इससे पहले वह ‘ट्रंप व्हाइट हाउस’ में सहायक प्रेस सचिव के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं।

न्यू हैम्पशायर की मूल निवासी लेविट, डोनाल्ड ट्रंप के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल में सहायक प्रेस सचिव के रूप में काम कर चुकी हैं और उनके 2024 के चुनाव अभियान में राष्ट्रीय प्रेस सचिव की भूमिका निभाई. डोनाल्ड ट्रंप ने कैरोलिन लेविट के काम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव अभियान के दौरान अभूतपूर्व प्रदर्शन किया और वह प्रशासन की नीतियों को जनता तक पहुंचाने में एक अहम भूमिका निभाएंगी.

कैरोलिन ने जताया ट्रंप का आभार

ट्रंप ने लेविट के नाम का अनुमोदन करते हुए कहा, ‘कैरोलिन लेविट ने मेरे ऐतिहासिक प्रचार अभियान में राष्ट्रीय प्रेस सचिव के रूप में अभूतपूर्व काम किया है और मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि वह व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी के रूप में काम करेंगी। कैरोलिन बुद्धिमान और दृढ़ निश्चयी हैं तथा उन्होंने साबित कर दिया है कि वह एक बहुत ही प्रभावी वक्ता हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि वह अमेरिकी लोगों तक हमारा संदेश पहुंचाने में मदद करेंगी।’ लेविट ने X पर एक पोस्ट में जवाब दिया: ‘मुझ पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद, प्रेसिडेंट ट्रंप। मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। आइए अमेरिका को मिलकर फिर से महान बनाएं।’

Continue Reading

Trending