ODI WC 2023
WC 2023: सिर्फ एक और मुश्किल जीत, फिर आसानी से सेमीफाइनल में पहुंचेगी टीम इंडिया, जानें समीकरण
नई दिल्ली। रोहित शर्मा की टीम ने वर्ल्ड कप 2023 में दो बड़ी बाधाओं को पार कर लिया है। टीम इंडिया को वर्ल्ड कप 2023 में अभी तक अपने तीनों मैच में जीत मिली है। इसमें दो जीत ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ है। टीम इंडिया को अभी बांग्लादेश, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड्स, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका से खेलना है। फॉर्म और प्रदर्शन को देखें तो भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अब सिर्फ एक ही मुश्किल मैच जीतना है।
तीन आसान चुनौती
वैसे तो क्रिकेट के खेल में कभी भी उलटफेर हो सकता है। कमजोर से कमजोर टीम मजबूत टीम को पटखनी दे सकती है लेकिन ऐसा काफी कम होता है। भारत के हालिया फॉर्म को देखते हुए श्रीलंका, बांग्लादेश और नीदरलैंड्स की चुनौती आसान दिख रही है। अगर भारत इन तीनों मैचों को जीत लेता है तो उसके 12 पॉइंट हो जाएंगे। 2019 वर्ल्ड कप में 11 पॉइंट के साथ न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनलल में जगह बनाई थी। यानी भारत इन तीनों टीमों को हरा देता है तो सेमीफाइनल में पहुंच सकता है।
मुश्किल टीमों से तीन मैच
भारत को इनफॉर्म न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के अलावा डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड से खेलना है। अगर भारत इन तीनों में एक भी जीत लेता है तो सेमीफाइनल में पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। इंग्लैंड की टीम फॉर्म से जूझ रही है। ऐसे में हैट्रिक जीते के बाद भारत का अभी से सेमीफाइनल में पहुंचना पक्का दिख रहा है। वर्ल्ड कप में आईपीएल की तरह प्लेऑफ नहीं होते हैं। ऐसे में टीमों के लिए टॉप-2 में फिनिश करना जरूरी नहीं है।
सेमीफाइनल में असली चुनौती
भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड कप में असली परीक्षा सेमीफाइनल से ही शुरू होगी। 2015 में भारत ग्रुप राउंड में अजेय था लेकिन सेमीफाइनल में हार गया। 2019 में भी टीम इंडिया ग्रुप राउंड के बाद टेबल में टॉप पर थी लेकिन न्यूजीलैंड से हार गई। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में भी टीम सेमीफाइनल में हारी। 10 साल से आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार कर रही टीम इंडिया को सेमीफाइनल जीतने का तरीका ढूंढना ही होगा।
ODI WC 2023
असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया
हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।
भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।
हिंदू हूं, दिन देखता हूं
असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’
गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच
हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।
उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।
राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती
असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।
अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब
AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।
कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के
हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।
इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’
सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।
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