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प्रादेशिक

खान सर की तबीयत खराब, अस्पताल में कराया गया भर्ती

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पटना। बिहार की राजधानी पटना में हाल ही में BPSC के छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में पटना के बहुचर्चित शिक्षक खान सर भी शामिल हुए थे। वहीं प्रदर्शन के दौरान खान सर की तबीयत खराब हो गई थी। तबीयत खराब होने के बाद खान सर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज किया गया। वहीं अब तबीयत खराब होने के बाद खान सर ने बयान दिया है। खान सर ने कहा है कि छात्रों के प्रदर्शन की वजह से मैं वहां पर गया था। उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत पहले से ही खराब थी।

डेढ़ महीने से बीमार थे खान सर

पटना के बहुचर्चित शिक्षक और यूट्यूबर खान सर ने कहा, ‘पुलिस ने मेरे साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया। मैं पिछले 1.5 महीने से बीमार था। मैंने सोचा कि बीपीएससी परीक्षा समाप्त होने के बाद उचित इलाज कराऊंगा। मैं कोचिंग ही पढ़ा के निकला तब तक छात्रों के प्रदर्शन का पता चला। छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया इसलिए मैं वहां गया। मैंने सोचा कि अगर मैं भी इन्हें छोड़ दूंगा तो छात्रों की मांग पूरी नहीं होगी, इसलिए मैं वहीं रुक गया और इस तरह मेरा स्वास्थ्य और खराब हो गया।

नॉर्मलाइजेशन पर बोले खान सर

वहीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के संबंध में ‘नॉर्मलाइजेशन’ पर खान सर न कहा, ‘नॉर्मलाइजेशन तब किया जाता है, जब परीक्षा एक दिन आयोजित नहीं की जा सकती या छात्रों की संख्या बहुत अधिक होती है। विभिन्न क्षेत्रों में, यदि छात्रों को अलग-अलग प्रश्न दिए जा रहे हैं, उदाहरण के लिए बिहार, भागलपुर, बक्सर और शिवगंज में, तो आप 3 अलग-अलग क्षेत्रों को अलग-अलग प्रश्न दे रहे हैं। इससे क्या होता है, यदि आप मुझे ये 3 अलग-अलग प्रश्न पत्र देते हैं। मुझे अलग अंक मिलेगा और मुझे सभी प्रश्नपत्रों के लिए समान अंक नहीं मिलेंगे। यह विशेष फॉर्मूला केवल गणित पर लागू किया जा सकता है, लेकिन यह सामान्य अध्ययन पर लागू नहीं होगा। छात्रों के साथ यह भेदभाव नहीं होना चाहिए।’

चुनाव लड़ने पर दिया बयान

वहीं प्रदर्शन के बाद और अधिक चर्चा में आने के बाद खान सर से चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता, मैं क्लियर कर देना चाहता हूं। 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी लोगों ने दिमाग खराब कर दिया था पूछ-पूछ कर, मैं मना करता रह गया। मुझे पढ़ाने से फुर्सत नहीं है। मैं चाहता हूं कि जल्दी से 2025 का चुनाव (बिहार विधानसभा चुनाव) खत्म हो, जवाब देते-देते थक गया हूं मैं, पढ़ाने से फुर्सत नहीं है मुझे।’

 

 

 

 

उत्तर प्रदेश

जांच एजेंसियों को चकमा देकर दुबई फरार हुआ गुड्डू मुस्लिम, सैयद वसीमुद्दीन के नाम से बनवाया फर्जी पासपोर्ट

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लखनऊ। राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या में शामिल शातिर अपराधी गुड्डू मुस्लिम जांच एजेंसियों को चकमा देकर दुबई फरार हो गया। गुड्डू मुस्लिम 6 दिसंबर को फर्जी पासपोर्ट के जरिए कोलकाता एयरपोर्ट से दुबई गया है। उसने सैयद वसीमुद्दीन के नाम से पासपोर्ट बनवाया था, जिसके बाद एतिहाद एयरलाइंस की फ्लाइट से दुबई रवाना हुआ था।

प्रयागराज के वांछित बमबाज की तलाश में यूपी पुलिस और एसटीएफ जुटी हुई थी। बावजूद इसके इसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। अब सामने आया है कि शातिर अपराधी सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर फरार हो चुका है। फर्जी पासपोर्ट बनवाने में उसकी मदद किसने की, पुलिस जांच में जुटी है?

बताया जाता है कि उमेश बम बनाने में माहिर था। पुलिस और एसटीएफ उसकी तलाश में राजस्थान से लेकर दिल्ली व ओडिशा में कई जगह रेड कर चुकी थी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। उमेश पाल पर गुड्डू मुस्लिम ने बम से हमला किया था। इस मामले में पुलिस को अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की भी तलाश है, जिसका अब तक सुराग नहीं लग सका है।

गुड्डू मुस्लिम माफिया अतीक अहमद के बेहद शातिर गुर्गों और शूटर में शामिल था। फरवरी 2023 में गुड्डू मुस्लिम पर उमेश पाल की हत्या का आरोप था। उमेश पाल प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। उमेश पाल हत्याकांड के कई सीसीटीवी फुटेज सामने आईं थीं, जिसमें गुड्डू मुस्लिम बम फोड़ते नजर आ रहा है। आशंका जताई जा रही है कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता भी फर्जी पासपोर्ट के जरिए देश छोड़कर फरार हो गई है।

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