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उत्तर प्रदेश

नया निवेश महिलाओं और युवाओं के लिए लाएगा सुनिश्चित रोजगार की बयार : सीएम योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लगने वाले उद्योगों में यूपी के युवाओं को सुनिश्चित रोजगार उपलब्ध कराने के मानक तय कर दिये हैं। सरकार ने यूपी में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने और उसमें प्रदेश के युवाओं के लिए सुनिश्चित रोजगार को ध्यान में रखते हुए इंडस्ट्री को चार श्रेणियों में बांट दिया है। इसी के अनुसार उद्योगों को विभिन्न मदों में सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा और इन्हीं के अनुसार इंडस्ट्री को यूपी के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना होगा। सीएम योगी ने इसके लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं कि वह समय-समय पर इंडस्ट्री की विजिट करें कि तय मानक के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल रहा है या नहीं।

अल्ट्रा मेगा इंडस्ट्री में हर साल 1500 से अधिक युवाओं को देनी ही होगी नौकरी

योगी सरकार हाल ही में प्रदेश में निवेश और रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराने के लिए नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 लेकर आई है ताकि प्रदेश में बड़े पैमाने पर उद्योग जगत को आकर्षित किया जा सके और प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। नई नीति के तहत प्रदेश में निवेश को बढ़ाने के लिए उद्योग जगत को चार श्रेणी में बांटा गया है। निवेशकों को चार श्रेणी के आधार पर ही सब्सिडी का लाभ देने के साथ उन्हे अपने संस्थान में यूपी के युवाओं को रोजगार देना सुनिश्चित करना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्योग जगत को लार्ज, मेगा, सुपर मेगा और अल्ट्रा मेगा में बांटा है। इसी आधार पर रोजगार को भी सुनिश्चित किया गया है। इसके तहत लार्ज इंडस्ट्री को अपने संस्थान में कम से कम हर वर्ष यूपी के 300 युवाओं को रोजगार देना होगा। वहीं मेगा इंडस्ट्री को अपने संस्थान में कम से कम हर वर्ष 600 युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने होंगे तो अल्ट्रा मेगा इंडस्ट्री को कम से कम हर वर्ष 1500 युवाओं को रोजगार देना होगा। इसी तरह अल्ट्रा मेगा इंडस्ट्री को प्रति वर्ष 1500 से अधिक युवाओं को रोजगार देना होगा।

इन मानकों को पूरा करने पर मिलेगी बूस्टर सब्सिडी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर कोई इंडस्ट्री न्यूनतम रोजगार के साथ 75 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार मुहैया कराती है तो उसे इंडस्ट्री की तय विभिन्न श्रेणियों के अनुसार बूस्टर सब्सिडी अलग-अलग मद में दी जाए। इसके तहत मेगा इंडस्ट्री को न्यूनतम रोजगार सुनिश्चित करने के साथ 75 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार देने पर 2 प्रतिशत की बूस्टर सब्सिडी दी जाएगी। सुपर मेगा इंडस्ट्री को न्यूनतम रोजगार से दोगुने से अधिक के साथ 75 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार देने पर 3 प्रतिशत जबकि अल्ट्रा मेगा इंडस्ट्री को न्यूनतम रोजगार से तीन गुना से अधिक के साथ 75 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार देने पर 4 प्रतिशत की बूस्टर सब्सिडी दी जाएगी।

बर्दाश्त नहीं की जाएगी लापरवाही: सीएम

नई नीति को लागू करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि तय समय में निवेशकों को सब्सिडी का लाभ दिया जाए ताकि प्रदेश में जल्द से जल्द बड़े पैमाने पर इंडस्ट्री स्थापित हो सकें। उन्हे सरकारी योजनाओं के लाभ में किसी प्रकार की समस्या न आए इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निवेशकों को इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए उनके अनुकूल वातावरण भी उपलब्ध कराया जाए इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इंडस्ट्री में तय मानक के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध हों इसका भी विशेष ध्यान दिया जाए।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बरेली से बड़ी खबर, 9 साल से शिक्षा विभाग में नौकरी कर रही महिला निकली पाकिस्तानी

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बरेली। उत्तर प्रदेश स्थित बरेली में पाकिस्तानी महिला के शिक्षा विभाग में नियुक्ति का मामला सामने आया है. जहां महिला ने फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में 9 साल तक नौकरी की. इस बीच मिली शिकायत पर एलआईयू मामले की जांच चल रही थी. तो मामले में पता चला कि शिक्षिका शुमायला खान के माता पिता की नागरिकता पाकिस्तान की है. इस बात की पुष्टि एसडीएम रामपुर ने भी अपनी रिपोर्ट में कर दी. विभाग ने कार्रवाई करते हुए कुछ समय पूर्व उसे अध्यापिका की नौकरी से हटा दिया. फिलहाल बरेली की फतेहगंज पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि साल 2015 में इनकी नियुक्ति हुई थी. एलआईयू जांच में पता चला कि इनके माता पिता पाकिस्तानी हैं. रामपुर की रहने वाली शुमायला के इस मामले में हमने एसडीएम से वार्ता की. एसडीएम की ओर से जांच की गई और निवास प्रमाण पत्र निरस्त किया गया. इसके बाद आरोपी पर एफआईआर दर्ज कराई गई.

कभी लगा नहीं कि पाकिस्तानी हैं.

स्कूल में कार्यरत प्रधान अध्यापक परम कृष्ण पाल ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश का पालन करते हुए शुमायला की ज्वाइनिंग कराई गई थी. ऐसा तो कभी नहीं लगा था कि ऐसा कुछ होगा. कभी पाकिस्तान की बात नहीं की थी. रामपुर का ही एड्रेस बताती थीं. उनकी मम्मी भी बेसिक में ही थी.

उन्होंने कहा कि पढ़ाने में भी अच्छी टीचर थीं. ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ कि वह पाकिस्तान को सपोर्ट करती है. यह जानकर थोड़ा हुआ कि उनकी नौकरी गई लेकिन उन्हें भी तथ्य नहीं छिपाने चाहिए थे.

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