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अन्तर्राष्ट्रीय

तालिबान के सुरक्षाबलों का आईएस आतंकियों के खिलाफ एक्शन, सैन्य प्रमुख कारी फतेह को मार गिराया

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काबुल| अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान, इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के लिए काल बन गया है। ताबिलान के सुरक्षाबलों ने इस्‍लामिक स्‍टेट खोरासान प्रोविंस के खुफिया और सैन्‍य प्रमुख कारी फतेह को मार गिराया है। कारी फतेह ही पाकिस्‍तानी, चीनी अधिकारियों और मस्जिदों पर हमले का मास्‍टरमाइंड माना जाता है। बताया जा रहा है कि काबुल के खैर खाना इलाके में रातभर चले अभियान में दो आईएसकेपी आतंकियों को मार‍ गिराया है। कारी फतेह का मारा जाना तालिबान के लिए बहुत बड़ी सफलता माना जाता है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ISKP इस्लामिक स्टेट का एक अफगान सहयोगी और तालिबान का एक प्रमुख विरोधी है। काबुल में, कारी फतेह कथित तौर पर ISKP का कमांडर था और उसका संचालन करता था। कारी फतेह ने रूसी, पाकिस्तानी और चीनी राजनयिक मिशनों के खिलाफ कई हमलों की योजना बनाई थी। बयान में, मुजाहिद ने दो सहयोगियों के साथ इस्लामिक स्टेट हिंद प्रांत (आईएसएचपी) के पहले अमीर एजाज अहमद अहंगर की हत्या की भी पुष्टि की।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि रविवार देर रात अभियान में मारे गए लोगों में अफगानिस्तान में दाएश के खुफिया और अभियान प्रमुख भी शामिल हैं। उन्होंने मारे गए आतंकी सरगना की पहचान कारी फतेह के रूप में की है। दाएश, या इस्लामिक स्टेट-खुरासान (IS-K), इस्लामिक स्टेट का एक अफगान सहयोगी और एक प्रमुख तालिबान विरोधी है। मुजाहिद ने कहा कि फतेह ने काबुल में राजनयिक मिशनों, मस्जिदों और अन्य ठिकानों पर हाल के हमलों की साजिश रची थी। आधिकारिक शीर्षक का उपयोग करते हुए तालिबान सरकार ने “अपराधी को खेर खाना आवासीय क्षेत्र, काबुल में में एक जटिल ऑपरेशन के दौरान आईईए अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात विशेष बलों के हाथों क्रूर कार्यों के लिए कल रात न्याय दिया गया था।” उधर आईएस-के ने अपने शीर्ष नेता की हत्या के तालिबान के दावों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में इमरान खान को 14 साल की सजा, पत्नी बुशरा को भी 7 साल की जेल

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक अदालत ने अल-कादिर ट्रस्ट के 190 मिलियन पाउंड के जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 14 साल की सजा सुनाई है। इमरान की पत्नी बुशरा को भी 7 साल की सजा सुनाई गई है। फैसला एंटी करप्शन कोर्ट के जज नासिर जावेद राणा ने सुनाया। इसके लिए अदियाला जेल के अंदर ही एक अस्थायी कोर्ट बनाई गई थी। कोर्ट ने इमरान खान पर 10 लाख और उनकी पत्नी बुशरा पर 5 लाख का फाइन भी लगाया।

अदियाला जेल के बाहर कड़ी सुरक्षा के बीच फैसला सुनाया गया, जिसके बाद बुशरा को अदालत कक्ष से गिरफ्तार कर लिया गया। आम चुनावों के तुरंत बाद 27 फरवरी, 2024 को दंपति पर इस मामले में आरोप तय किए गए थे। सुनवाई से पहले अदियाला जेल के बाहर मीडिया से बात करते हुए पीटीआई के चेयरमैन बैरिस्टर गौहर अली खान ने कहा, “आप पिछले दो सालों में हुए अन्याय का अंदाजा लगा सकते हैं। अगर निष्पक्ष फैसला होता है, तो इमरान और बुशरा बरी हो जाएंगे।”

इस मामले में आरोप लगाया गया कि इमरान और बुशरा बीबी ने बहरिया टाउन लिमिटेड से अरबों रुपये और सैकड़ों कनाल की जमीन हासिल की, ताकि पिछली पीटीआई सरकार के दौरान यूनाइटेड किंगडम की तरफ से पहचाने गए और देश को लौटाए गए 50 अरब रुपये को वैध बनाया जा सके। इमरान खान को 2023 से कई आरोपों में जेल में बंद हैं। उनका दावा है कि सभी मामले ‘राजनीति से प्रेरित’ थे।

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