Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सपा के ट्विटर अकाउंट पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में पत्रकार गिरफ्तार

Published

on

Bangladeshi arrested in Agra

Loading

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) के मीडिया सेल के ट्विटर अकाउंट पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में एक स्वतंत्र पत्रकार को गिरफ्तार (Journalist arrested) किया गया है। 23 नवंबर को एक अन्य पत्रकार मनीष पांडे की शिकायत पर हजरतगंज पुलिस ने अनिल यादव को गिरफ्तार किया। उधर, सपा ने कहा कि यादव का उसके ट्विटर अकाउंट से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं पुलिस ने कहा कि वह सोशल मीडिया अकाउंट चला रहा था। यूट्यूब चैनल चलाने वाले यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

लखनऊ के सहायक पुलिस आयुक्त (हजरतगंज) अरविंद कुमार वर्मा ने कहा, जांच के दौरान यह पाया गया कि यादव समाजवादी पार्टी के ट्विटर अकाउंट का इस्तेमाल करता है। पांडे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है, 20 नवंबर को समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने राजनीतिक उद्देश्य से गोरखनाथ मठ के बारे में एक विवादास्पद पोस्ट किया। बार-बार अकाउंट गोरखनाथ मठ पर हमला करता है।

मठ करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। मैंने लिखा कि मठ को राजनीति में नहीं घसीटा जाना चाहिए और यह (ट्वीट) 5, कालिदास मार्ग (सीएम आवास) तक ही सीमित होना चाहिए। उसके बाद उक्त ट्विटर अकाउंट ने मेरे खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।

सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, अनिल यादव का सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल से कोई लेना-देना नहीं है, वह एक पत्रकार हैं। उसी ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में सपा ने लिखा, अनिल यादव को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और सम्मान के साथ घर भेजा जाना चाहिए। भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और संविधान का अपमान कर रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है।

एक अन्य ट्वीट में सपा ने लिखा, ‘पत्रकार अनिल यादव अपने यूट्यूब चैनल के जरिए लोगों पर हो रहे अत्याचार का पदार्फाश कर रहे थे, इससे नाराज होकर भाजपा ने उन्हें असंवैधानिक तरीके से गिरफ्तार करने के लिए प्रशासन का सहारा लिया है।’

Journalist arrested, Journalist arrested in lucknow, Journalist arrested lucknow,

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बरेली से बड़ी खबर, 9 साल से शिक्षा विभाग में नौकरी कर रही महिला निकली पाकिस्तानी

Published

on

Loading

बरेली। उत्तर प्रदेश स्थित बरेली में पाकिस्तानी महिला के शिक्षा विभाग में नियुक्ति का मामला सामने आया है. जहां महिला ने फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में 9 साल तक नौकरी की. इस बीच मिली शिकायत पर एलआईयू मामले की जांच चल रही थी. तो मामले में पता चला कि शिक्षिका शुमायला खान के माता पिता की नागरिकता पाकिस्तान की है. इस बात की पुष्टि एसडीएम रामपुर ने भी अपनी रिपोर्ट में कर दी. विभाग ने कार्रवाई करते हुए कुछ समय पूर्व उसे अध्यापिका की नौकरी से हटा दिया. फिलहाल बरेली की फतेहगंज पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि साल 2015 में इनकी नियुक्ति हुई थी. एलआईयू जांच में पता चला कि इनके माता पिता पाकिस्तानी हैं. रामपुर की रहने वाली शुमायला के इस मामले में हमने एसडीएम से वार्ता की. एसडीएम की ओर से जांच की गई और निवास प्रमाण पत्र निरस्त किया गया. इसके बाद आरोपी पर एफआईआर दर्ज कराई गई.

कभी लगा नहीं कि पाकिस्तानी हैं.

स्कूल में कार्यरत प्रधान अध्यापक परम कृष्ण पाल ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश का पालन करते हुए शुमायला की ज्वाइनिंग कराई गई थी. ऐसा तो कभी नहीं लगा था कि ऐसा कुछ होगा. कभी पाकिस्तान की बात नहीं की थी. रामपुर का ही एड्रेस बताती थीं. उनकी मम्मी भी बेसिक में ही थी.

उन्होंने कहा कि पढ़ाने में भी अच्छी टीचर थीं. ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ कि वह पाकिस्तान को सपोर्ट करती है. यह जानकर थोड़ा हुआ कि उनकी नौकरी गई लेकिन उन्हें भी तथ्य नहीं छिपाने चाहिए थे.

Continue Reading

Trending